लालकुआं
रिपोर्ट:- जफर अंसारी
एंकर:- अपनी मांगों को लेकर सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल के ठेका श्रमिक पिछले 95 दिनों से शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं साथ ही उनके द्वारा आमरण अनशन का 35 वा दिन भी है। ऐसे में अपनी मांगों को मनवाने को लेकर ठेका श्रमिक लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर अनशन पर बैठे हैं बावजूद इसके मिल प्रबंधन कोई सुध लेवा नहीं है। यहां आंदोलनरत भास्कर सुयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि वह 16 श्रमिकों के साथ पिछले 95 दिनों से धरने पर बैठे हैं साथ ही आमरण अनशन को भी 35 दिन हो चुके हैं बावजूद इसके मिल प्रबंधन अभी तक अड़ियल रुख अपनाए हुए हैं और उनकी सुध नहीं ले रहा है। उनका कहना है कि अब आगे क्या रणनीति अपनाई जाएगी यह आंदोलनरत श्रमिक भी नहीं जानते क्योंकि सभी हताश और निराश हो चुके हैं साथ ही आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान सेंचुरी से बाहर किए गए ठेका श्रमिक अब कौन सा कदम उठाएंगे यह तो भविष्य की गर्त है। मगर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय विधायक द्वारा भी उनकी मदद नहीं की जा रही है ऐसे में जल्द ही अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी। बताते चलें कि इस दौरान 6 दिनों से भूखे प्यासे श्रमिक चंदन सिंह को स्थानीय प्रशासन ने पुलिस की मदद से जबरन उठाकर एंबुलेंस द्वारा हल्द्वानी के सरकारी चिकित्सालय में भिजवाया तो वहीं अब वीरेंद्र सिंह ने अपना आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
बाइट:- भास्कर सुयाल, आंदोलनकारी।