हमे अपने गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर अच्छे कर्म करने चाहिए : कुलवंत भट्टी
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 8 नवंबर : गुरुद्वारा फौजी कॉलोनी में साध-संगत द्वारा गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़ी श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया। गुरुबाणी का पाठ करते हुए फौजी कॉलोनी के महामंत्री कुलवंत सिंह भट्टी ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने हमें गुरुबाणी का पाठ करने की शिक्षा दी और सच्चे मार्ग पर चलने व गरीब, असहाय लोगों की सहायता करने की शिक्षा दी। भट्टी ने कहा कि हमें भी नित्य गुरुबाणी का सिमरन करना चाहिए व सरबत का भला मांगना चाहिए। हमे अपने गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर अच्छे कर्म करने चाहिए। भट्टी ने बताया कि गुरु नानक देवजी ने जात−पांत को समाप्त करने और सभी को समान दृष्टि से देखने की दिशा में कदम उठाते हुए लंगर की प्रथा शुरू की थी। लंगर में सब छोटे−बड़े, अमीर−गरीब एक ही पंक्ति में बैठकर भोजन करते हैं। आज भी गुरुद्वारों में उसी लंगर की व्यवस्था चल रही है। गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे। अंधविश्वास और आडंबरों के कट्टर विरोधी गुरु नानक का प्रकाश उत्सव कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है हालांकि उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को हुआ था। पंजाब के तलवंडी नामक स्थान में एक किसान के घर जन्मे नानक के मस्तक पर शुरू से ही तेज आभा थी। तलवंडी जोकि पाकिस्तान के लाहौर से 30 मील पश्चिम में स्थित है, गुरु नानक का नाम साथ जुड़ने के बाद आगे चलकर ननकाना कहलाया। गुरु नानक के प्रकाश उत्सव पर प्रति वर्ष भारत से सिख श्रद्धालुओं का जत्था ननकाना साहिब जाकर वहां अरदास करता है।
संगत को संबोधित करते कुलवंत सिंह भट्टी।