अमेरिका के अप्रवासी भारतीय ने नाम गुप्त रखते हुए 11 सौ जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित किए व 11 हजार लोगों को करवाया भोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
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समर्थ भारत केंद्र में वितरित किए गए बच्चों और जरूरतमंद लोगों को कंबल।
कुरुक्षेत्र, 9 नवम्बर : आज के युग में अगर किसी का सहयोग किया जाता है तो लोग उसका प्रचार जोर शोर से करते हैं। बुधवार को अमेरिका में पिछले करीब चार दशक से रहने वाले अप्रवासी भारतीय ने समर्थ भारत केंद्र में जरूरतमंद लोगों व बच्चों को कंबल एवं मिठाई ही वितरित नहीं की बल्कि भोजन भी करवाया। इस मौके पर प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं प्रसिद्ध उद्योगपति जय भगवान सिंगला एवं भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान निदेशक डा. रामेंद्र सिंह विशेष तौर पर मौजूद रहे। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई में सहयोग कर रहे शिक्षकों को भी सम्मानित किया। जय भगवान सिंगला ने बताया कि कुरुक्षेत्र में मई महीने में समर्थ भारत केंद्र के नाम से इस सेंटर की शुरुआत की थी। इस सेंटर का उद्देश्य उन बच्चों को शिक्षा देना है जो साधन सम्पन्न नहीं हैं। इनमें से काफी बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं लेकिन बच्चों के अनुसार वहां पर शिक्षा स्तर ठीक नहीं है। बच्चों की मांग थी कि उन्हें एक्स्ट्रा कोचिंग मिले तथा वह भी मुफ्त मिले। सिंगला ने बताया कि महिला टीचर संगीता सिंह ने इन बच्चों को शिक्षित करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया हुआ। संगीता सिंह के प्रयासों से ही समर्थ भारत केंद्र मई महीने में प्रारम्भ किया गया। वैसे तो इस केंद्र के बच्चों की पढ़ाई की रिपोर्ट अच्छी है लेकिन इन में से 5 बच्चे काफी अतिरिक्त प्रतिभाशाली हैं। सिंगला ने कहा कि अगर इसी तरह के 5 बच्चे भी एक वर्ष की शिक्षा में बहुत प्रतिभाशाली निकलते हैं तो यह समर्थ भारत केंद्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य ऐसे बच्चों को शिक्षित करना है जो साधन सम्पन्न नहीं हैं। केंद्र के सदस्य ऐसे बच्चों को पढ़ाई के लिए खोज कर लाते हैं। सिंगला ने बताया कि अमेरिका में एक संत आदमी हैं जो कुरुक्षेत्र के लाड़वा क्षेत्र के हैं। करीब चार दशक से अमेरिका में रहते हुए संस्कारों से भारतीय एवं हरियाणवी हैं। यह व्यक्ति नियमित तौर से धर्म एवं समाज कल्याण का कार्य करते हैं। उन्हीं का विचार था कि हरियाणा में 11 सौ जरूरतमंद लोगों को कंबल बांटे। अमेरिका के निवासी इस व्यक्ति की भावना अनुसार 11 सौ जरूरतमंद लोगों को कंबल बाँटने के साथ आधा किलो मिठाई भी हर व्यक्ति को दी गई। उन्हीं की प्रेरणा से ही 11 हजार लोगों को भंडारे में भोजन भी करवाया गया। डा. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि समर्थ भारत केंद्र चलाया जा रहा है। केंद्र के सफलतापूर्वक संचालन के अवसर पर सर्दी को मौसम को देखते हुए जरूरतमंद बच्चों को कंबल एवं मिठाई वितरित की गई है। भविष्य में भी बच्चों की पढ़ाई की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर डा. के. के. सिंह, आशा सिंगला व कविता इत्यादि भी मौजूद रहे।
समर्थ भारत केंद्र में बच्चों और जरूरतमंद लोगों को कंबल एवं मिठाई वितरित करते हुए।