जग ज्योति दरबार में महाशिवरात्रि पर हुआ अनुष्ठान एवं भोलेनाथ का गुणगान।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
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महाशिवरात्रि पर महंत राजेंद्र पुरी ने दी शिव भक्तों को शुभकामनाएं।
कुरुक्षेत्र, 18 फरवरी : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पूरी के सानिध्य में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सर्वकल्याण की भावना से अनुष्ठान किया और भोलेनाथ का गुणगान करते हुए भजन संकीर्तन किया गया। महंत राजेंद्र पुरी सृष्टि के महा त्योहार और भगवान शिव पार्वती के विवाह की रात (शिवरात्रि) की सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि शिव की रात – हिंदू कैलेंडर के प्रत्येक महीने के दौरान अमावस्या से पहले की रात को मनाया जाता है। इस प्रकार प्रत्येक वर्ष 12 शिवरात्रि आती हैं। गर्मियों के आगमन से पहले आने वाली इस रात को महा शिवरात्रि तथा भगवान शिव की महान रात के रूप में मनाया जाता है। महंत ने बताया की हिंदू धर्म में यह एक उल्लेखनीय त्योहार है, जो जीवन और दुनिया में अंधेरे और अज्ञानता पर काबू पाने की याद दिलाता है। यह शिव को याद करने, प्रार्थनाओं का जप करने, उपवास करने, नैतिकता और सद्गुणों जैसे ईमानदारी, दूसरों को चोट न पहुँचाने, दान, क्षमा व शिव की खोज पर ध्यान देने के द्वारा मनाया जाता है। उत्साही भक्त इस रात भर जागते रहते हैं। अन्य लोग शिव मंदिरों में जाते हैं या ज्योतिर्लिंगों की तीर्थ यात्रा पर जाते हैं । यह त्योहार हिंदू धर्म का अभिन्न अंग रहा है और इसकी उत्पत्ति दर्ज इतिहास से पहले की है । उन्होने बताया कि मान्यता है कि जीव जंतु आज के दिन से आजाद हो जायेंगे और आज के ही दिन भगवान शिव सभी जीव जंतुओं को अपनी जटाओं में स्थान देकर आज के दिन उन्हे शिव पार्वती के विवाह के अवसर पर फिर से सृष्टि का चक्र लगाने के लिए भेज देते है। इस अवसर पर दरबार के सेवक राज कुमार, संदीप सिंह ओझला, गुरनेक बग्गा थरोली, राहुल चनेती आदि मौजूद रहे।
महंत राजेंद्र पुरी अनुष्ठान करते हुए एवं श्रद्धालुओं के साथ भजन संकीर्तन करते हुए।