सातवें चरण शिक्षक बहाली से पहले उर्दू टीईटी का आयोजन हो : कारी जावेद अख्तर फैजी
हाजीपुर(वैशाली)राज्य के सरकारी विद्यालयों में सातवें चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया शुरू होने वाली है किंतु राज्य सरकार अभी तक उर्दू टीईटी (उर्दू शिक्षक विशेष पात्रता परीक्षा) आयोजन कराने की ओर कोई कदम नहीं उठाई है।उक्त बातें कारी जावेद अख्तर फैजी,प्रदेश सचिव,जदयू, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ बिहार पटना, सह वैशाली जिला सदस्य बिहार राज्य सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड,वैशाली ने प्रेस बयान जारी कर कहा।श्री जावेद अख्तर फर्जी ने कहा कि बिहार के सरकारी विद्यालयों में उर्दू पढ़ने वाले छात्रों की संख्या के आधार पर आज भी उर्दू शिक्षकों की भारी कमी है, पद खाली पड़े हैं।उर्दू भाषी अभ्यर्थी जो वर्षों से उर्दू टीईटी विशेष पत्रता परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं किंतु सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।विगत जनवरी माह में माननीय शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर द्वारा प्रेस बयान दिया गया था कि उर्दू टीईटी का आयोजन जल्द कराया जाएगा।किंतु इस ओर अभी तक विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया।जबकि सातवें चरण शिक्षक बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।ऐसे में उर्दू भाषी अभ्यर्थी उक्त बहाली में उर्दू टीईटी के ना होने के कारण वंचित रह जाएंगे जो विशेषकर अल्पसंख्यक अभ्यर्थी के लिए घातक एवं निराशाजनक होगा।श्री जावेद अख्तर फैजी ने जल्द से जल्द बिहार सरकार से प्रारंभिक से उच्च माध्यमिक तक के लिए उर्दू टीईटी (विशेष पात्रता परीक्षा) आयोजन कराने हेतु मांग किया अन्यथा उर्दू के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ सड़क से सदन तक उर्दू भाषी होने के नाते उर्दू के विकास के लिए अपनी बातें मज़बूती से रखने की बात कही।
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