शिल्प मेला बन रहा आर्कषण का केंद्र, स्थानीय लोगों में दिखा उत्साह।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
कच्ची घोड़ी नृत्य से बनी शिल्प मेले की रौनक, राजस्थानी लोक धुनों पर थिरके लोग।
कुरुक्षेत्र 27 फरवरी : हरियाणा कला परिषद के कलाकीर्ति भवन में चल रहे गांधी शिल्प बाजार की रौनक देखते ही बन रही है। हस्तशिल्प विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार तथा महिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र सुडिया कुंआ के सहयोग से आयोजित गांधी शिल्प बाजार में एक ओर जहां विभिन्न प्रांतों के शिल्पकारों के हस्तशिल्प लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं, वहीं बहरुपिये कलाकारों द्वारा अलग-अलग रुप बनाकर लोगों का मनोरंजन करना और राजस्थानी लोक कलाकारों के नृत्य भी सांस्कृतिक दृश्य प्रस्तुत कर रहे हैं। गांधी शिल्प बाजार में आने वाले स्थानीय लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। फिरोजाबाद की ग्लास प्रदर्शनी और बनारस की साड़ीया महिलाओं को खूब आकर्षित कर रही हैं। बागपत की चादरें, कन्याकुमारी के आभूषण, कलकत्ता की कपड़े, आसाम का केन बेम्बो तथा आसाम की मेखला साड़ियां भी लोगों के लिए लुभावनी साबित हो रही हैं। इतना ही नहीं पर्यटक जहां खरीदारी करके मेले को सफल बना रहे हैं, वहीं आर्ट गैलरी में रखी कृतियां भी लोगों को अपनी ओर खींचने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
कला कीर्ति भवन में दिख रही ग्रामीण संस्कृति की झलक।
दस दिवसीय शिल्प बाजार में लोेगों के मनोरंजन के लिए कला कीर्ति भवन में ग्रामीण परिवेश को दिखाते दृश्य भी बनाए गए हैं। जिसमें कुएं पर पानी भरती महिलाएं, बैलगाड़ी के साथ किसान तथा सेल्फी प्वाईंट आदि लोगों को अपनी ओर खींचने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। मेले में आने वाले दर्शक हरियाणवी परिवेश में खूब फोटो खिंचवाते नजर आ रहे हैं।