मौसम परिवर्तन से टमाटर उत्पादक किसानों एवं कृषि विशेषज्ञों की चिंता बढ़ी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र जिला में करते है काफी संख्या में किसान टमाटर की खेती : डा. सी. बी. सिंह।
कुरुक्षेत्र, 17 अप्रैल : आजकल तेजी से मौसम में परिवर्तन हो रहा है तो सब्जी की खेती काफी प्रभावित हो रही है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जिस तरह से मौसम में परिवर्तन हुआ है तो टमाटर उत्पादक किसानों के नुकसान की संभावना बन रही है।
कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी. सिंह के अनुसार पिछले महीने हुई बेमौसमी बरसात का असर अब टमाटर की फसल पर भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कुरुक्षेत्र जिला के विभिन्न क्षेत्रों के खेतों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि टमाटर उत्पादक किसानों ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण जहां फसल में बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, वही अब मौसम का तापमान अधिक बढ़ जाने के कारण पौधे सूखने लगे हैं। डा. सिंह के अनुसार इससे फल आने की संभावना भी कम होगी। इससे टमाटर के उत्पादन में कमी आने के कारण किसानों को प्रति एकड़ हजारों रुपए का आर्थिक नुक्सान झेलना पड़ सकता है।
डा. सिंह ने बताया कि कुरुक्षेत्र जिला के कई गांवों में किसान टमाटर की फसल लगाते हैं, लेकिन इस बार शुरुआत से ही मौसम की बेरुखी टमाटर की फसल देखने को मिल रही है। स्थानीय किसान रवि कुमार, अश्विनी, महेंद्र सिंह व तरसेम का कहना है कि अत्यधिक गर्मी और उसके बाद बेमौसमी बरसात के कारण फसल में ब्लाइट की बीमारी के संकेत दिखने लगे हैं। हालाकिं फसल को बचाने के लिए किसानों ने महंगे कीटनाशकों का भी छिड़काव भी किया है। फिर भी फसल खराब हुई है। वहीं किसानों ने बताया कि अब मौसम में गर्माहट के कारण पौधों पर फसल नहीं आ रहे है। उसने बताया कि किसानों का जो पहले फसल पर 20 से 25 हजार रुपए का खर्च आता था। अब फसल को बचाने के लिए किसानों को 10 हजार अतिरिक्त खर्च करना पड़ा रहा है। उसके बाद भी इस बार टमाटर उत्पादक किसानों को इस बार प्रति एकड़ हजारों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ सकता है।
टमाटर की खेती एवं जानकारी देते हुए कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी. सिंह।