परमार्थ भवन में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के प्रवचन सुनने पहुंचे श्री धर्मपाल बंसल एवं डॉ निर्मलजीत अरोड़ा ने माथे पर तिलक लगाने का महत्व बताया
फिरोजपुर 18 अप्रैल [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
शास्त्रों में माथे पर तिलक लगाने का विशेष महत्व बताया गया है। श्री धर्मपाल बंसल एवं डॉ निर्मल जीत अरोड़ा ने बताया कि माथे पर तिलक लगाने वाली जगह पर ब्रह्मा विष्णु महेश का वास है इसलिए तिलक लगाने से ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है और इससे अटके हुए काम भी बनते हैं। दिन के अनुसार तिलक लगाने पर शुभ फल मिलता है। मान्यता है कि सोमवार के दिन सफेद चंदन का तिलक लगाने से मन शांत रहता है, वहीं मंगलवार के दिन चमेली के तेल में सिंदूर घोलकर लगाना शुभ होता है, बुधवार के दिन सूखा सिंदूर लगाने से भगवान की कृपा होती है, गुरुवार के दिन पीला चंदन या हल्दी का तिलक लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
शुक्रवार के दिन लाल चंदन या कुमकुम का तिलक लगाने से घर में खुशहाली आती है, शनिवार के दिन भस्म का तिलक लगाने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं, रविवार के दिन लाल चंदन लगाने से व्यक्ति को मान-सम्मान और धन की प्राप्ति होती है। श्री बंसल ने यह भी बताया कि शास्त्रों के मुताबिक चंदन का तिलक लगाने वाले का घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है।
वैज्ञानिक आधार पर भी तिलक लगाने का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से मस्तिष्क को ठंडक मिलती है. इससे व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में आसानी होती है। कहा जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से व्यक्ति का आत्मविश्वास भी बढ़ता है और वह अपने फैसले बहुत मजबूती से लेता है। चंदन का तिलक लगाने से मस्तिष्क को शीतलता मिलती है। इसलिए उन्होंने आग्रह किया कि हर एक सनातनी को बड़ी शान से माथे पर तिलक लगाना चाहिए।