बढ़ती गर्मी के अहसास से प्यास बुझाने के लिए निम्बू पानी, शिकंजवी व गन्ने के रस की डिमांड बढ़ी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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गर्मी ने करवाया जून महीने की तपन का अहसास।
कुरुक्षेत्र, 18 अप्रैल : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भी उत्तर भारत के अन्य हिस्सों की भांति इन दिनों तापमान बढ़ने से बढ़ती गर्मी का मंगलवार को भी खूब अहसास हुआ। हालांकि दोपहर बाद आसमान में बादलों ने थोड़ी राहत दी। गर्मी के पहले महीने अप्रैल में तो मंगलवार को आलम यह रहा कि लोग जरुरी काम से जो निकल रहे थे, वो भी अपने मुंह सिर पर कपड़ा लपेट हुए थे।
बढ़ती गर्मी में काफी लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए निम्बू पानी, शिकंजवी या गन्ने का रस पीते हुए देखा गया। उमेश गर्ग, विनोद वशिष्ठ , रविंदर छिन्दा, सौरभ शर्मा, करनैल सिंह, प्रवीण टुटेजा व अमित इत्यादि लोगों का कहना है कि इस बार गर्मी कुछ देरी से आई है लेकिन एकदम से इतनी अधिक हो गई है कि घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया है। हालत यह है कि अप्रैल महीने में ही जून-जुलाई की गर्मी देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार आने वाले दो तीन दिन मौसम के बदलते तेवर गर्मी से थोड़ी राहत दिला सकते हैं। बूंदाबांदी एवं बरसात हो सकती है।
स्कूलों में नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ हुआ है। बच्चों के स्कूलों में नए एडमिशन एवं किताबों तथा वर्दियां खरीदने का दौर चल रहा है लेकिन बढ़ती गर्मी से अभिभावकों की चिंता बढ़ी है कि कहीं बच्चे बीमार न हो जाएं।
कुरुक्षेत्र में मंगलवार को आलम यह रहा कि तापमान 40 को भी पार गया। जिस कारण तेज़ गर्मी का अहसास हुआ। लोगों का कहना है कि गर्मी इतनी ज्यादा है कि गला बार बार सूख रहा है। जिस कारण बार बार पानी पीना पड़ रहा है। इस गर्मी मे स्किन बर्न की भी स्थिति बनी हुई है।
गर्मी से बचाव के लिए गन्ने का जूस पीते लोग।