कैंम्पस की साइट तय करने विशेषज्ञों का दौरा 28 से,पंचकूला में फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस बनाने के लिए 50 एकड़ भूमि की तलाश।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
पंचकूला, 26 अगस्त :
पंचकूला में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस स्थापित करने के प्रयास तेज हो गए हैं। कैंपस के लिए साइट तय करने के लिए विशेषज्ञों की टीम 28 और 29 अगस्त को पंचकूला का दौरा करेगी। इस टीम में गांधीनगर स्थित एनएफएसयू के फोरेंसिक जस्टिस एंड पॉलिसी स्टडीज के स्कूल ऑफ लॉ के डीन प्रो. पूर्वी पोखरियाल, एनएफएसयू के दिल्ली कैंपस में प्रोफेसर आर.के. सरीन, एनएफएसयू के उप रजिस्ट्रार (प्रशासन) सुंदर लाल शर्मा शामिल होंगे। बता दें कि नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता पंचकूला में इसका कैंपस स्थापित करवाने के लिए अरसे से प्रयास कर रहे हैं।
पंचकूला में कैंपस के लिए भूमि की तलाश के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने गत माह 20 जुलाई को नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी, पंचकूला जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, नगर निगम आयुक्त सचिन गुप्ता समेत अनेक अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कैंपस के लिए सेक्टर 26 स्थित पॉलिटेक्निक, निफ्ट, एग्रो मॉल, साकेत अस्पताल और विभिन्न सामुदायिक केंद्रों पर विचार किया गया था।
यूनिवर्सिटी कैंपस के लिए 50 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। नया भवन बनने तक किसी भी बिल्डिंग में कक्षाएं शुरू की जा सकती है। अस्थायी रूप से कक्षाएं शुरू करने के लिए 50 हजार वर्ग फुट क्षेत्र की आवश्यकता होगी। इसके लिए भवन की तलाश के लिए जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के नेतृत्व में एक टीम भी गठित की गई है।
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि गत 9 वर्षों में पंचकूला में बड़े स्तर के संस्थान स्थापित हुए हैं। इनसे पंचकूला को नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि शहर में रोड और मूलभूत ढांचा भी तेजी से विकसित हुआ है, जिस कारण से यहां बड़े संस्थान स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल बन सका है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का कैंपस शुरू होने से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे, जिसका लाभ पंचकूला के साथ-साथ पूरे क्षेत्र को मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों की स्थापना से अर्थव्यवस्था को भी गति मिलती है।