प्रेरणा वृद्धाश्रम अपनों से नकारे एवं घरों से निकाले बुजुर्गों को आश्रय देने के साथ भारतीय कला संस्कृति को प्रोत्साहित करने का भी कार्य कर रहा है।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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प्रेरणा वृद्धाश्रम के सभागार में हुई वन्दे मातरम्, श्रीरामपादुका पट्टाभिषेकम व कुचिपुड़ी के वाद्य यन्त्रों पर मनमोहक प्रस्तुतियां।
कुरुक्षेत्र, 5 सितम्बर : धर्मनगरी की भूमि पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रेरणा वृद्धाश्रम विभिन्न राज्यों के अपनों से नकारे एवं घरों से निकाले बुजुर्गों को आश्रय देने का कार्य ही नहीं कर रहा है बल्कि भारतीय कला संस्कृति एवं साहित्य को भी डा. जय भगवान सिंगला के नेतृत्व में प्रोत्साहित करने का भी कार्य कर रहा है।
प्रेरणा के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला के निमन्त्रण पर प्रेरणा के श्री राम स्वरुप सभागार में आन्ध्र प्रदेश के कलाकारों ने श्री राधाकृष्ण कलाक्षेत्र के संस्थापक डा. जी.बी. नारायण के निर्देशन एवं कलाक्षेत्र की लोक सम्पर्क अधिकारी के. नर्मदा कम्पना के नेतृत्व में कुचिपुड़ी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति सहित वन्दे मातरम्, श्रीरामपादुका पट्टाभिषेकम तथा कुचिपुड़ी के पांच वाद्य यन्त्रों पर आधारित मनमोहक प्रस्तुतियां दी। नर्तकों की टीम में मुख्य नर्तकी जी.लक्ष्मी, दीपिका के साथ बी. श्रुति, ज्योति तथा ए. मोनिका ने सामूहिक नृत्य के माध्यम से दर्शकों को भक्तिभाव से भर दिया। वृद्धाश्रम में पहुंचने पर वृद्धाश्रम में आन्ध्र प्रदेश के कलाकारों का स्वागत प्रेरणा की अध्यक्षा रेणु खुंगर की टीम ने स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि आन्ध्र प्रदेश के कलाकारों की यह टीम सनातन संस्कृति और सांस्कृतिक सम्पदा के प्रचार-प्रसार हेतु सम्पूर्ण भारत की यात्रा पर 63 दिनों के लिए निकली हुई है। कलाकारों का डा. जय भगवान सिंगला एवं अन्य पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।)इस अवसर पर डा. हरबंस कौर, डा. मधु मल्होत्रा, प्रीति चौहान, अक्षय वालिया, अवतार वालिया, सुनील कुमार, केशव, विमल विनोद कुमार वशिष्ठ, बलविंदर कौर, विजयलक्ष्मी, मीना कुमारी, सीता देवी, सुमन शर्मा, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, जोगिंदर सिंह, चंद्रकांत ठक्कर, इंद्रप्रीत सिंह बिंद्रा, कश्मीरी लाल जैन, विजय कुमार अग्रवाल, बी. श्रीवास्तव इत्यादि मौजूद रहे।
प्रेरणा वृद्धाश्रम में आन्ध्र प्रदेश के कलाकारों की टीम।