अररिया
प्रखंड के पंचायत रामपुर मोहनपुर पश्चिम के गांव डमहेली एवं सिंघिया टोला में कृषि विज्ञान केंद्र अररिया एवं आईसीएआर नीनफिट कोलकाता के संयुक्त तत्वाधान में पटसन पर जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कोलकाता से आए नींनफिट के मुख्य वैज्ञानिक एवं विभागीय प्रधान डॉ डीपी राय ने ने बताया कि नींनफिट साथी के प्रयोग से पटसन सड़ने का समय 10 से 12 दिन कम हो जाता है तथा पानी की आवश्यकता कम पड़ती है एवं जूट के रेशा एवं गुणवत्ता को बढ़ाता है व मजबूती प्रदान करता है। साथ ही इस के प्रयोग से पानी एवं मृदा पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। पूर्व निर्देशक आईसीएआर निनफीट डॉक्टर ए एन राय ने बताया कि परंपरागत तरीके से तैयार पटसन की गुणवत्ता 2 से 3 ग्रेड की होती है, लेकिन नींनफिट साथी के प्रयोग से 5 ग्रेड के पटसन के रेशे प्राप्त होते हैं, इससे कृषकों को आमदनी में दोगुनी वृद्धि होती है। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र अररिया के वैज्ञानिक डॉ ए के मौर्य, प्रभात कुमार, आफताब आलम एवं श्री संतोष कुमार पंडित ने भी किसानों को जुट की वैज्ञानिक खेती एवं खेती से किसाने की आमदनी में वृद्धि के उपाय बताएं। आईसीएआर नीनफिट कोलकाता से आए हुए वैज्ञानिकों ने बताया कि केंद्र समय-समय पर किसानों के लिए झूठ पर प्रशिक्षण का आयोजन करता रहता है जिसमै जुट से बने विभिन्न उत्पाद एवं चाय बनाने की तकनीक भी शामिल है। प्रशिक्षण के उपरांत वैज्ञानिकों ने किसानों को नींनफिट साथी का प्रत्यक्षण करके दिखाए ताकि किसान इसका प्रयोग आने वाले समय में कर सके। इस अवसर पर डमहेली एवं सिंघिया टोला के सैकड़ो किसान प्रशिक्षण में उपस्थित हुए.