दो बच्चे का पिता को नाबालिग छात्रा से हुआ प्यार,प्रेमिका को लेकर शिक्षक हुआ फरार,पत्नी ने लगाई न्याय की गुहार
अररिया
गुरु और शिष्य के रिश्ते को कलंकित करते हुए दो बच्चे के पिता विवाहित गुरुजी अपने नाबालिग छात्रा को लेकर फरार हो गया।मामला नरपतगंज के रेवाही भवानीपुर मंडल टोला का है।मामले को लेकर शिष्या को लेकर फरार होने वाले गुरुजी मंदीप कुमार की पत्नी 23 वर्षीया आरती कुमारी ने फारबिसगंज थानाध्यक्ष को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।आरती कुमारी फारबिसगंज थाना क्षेत्र के हरिपुर वार्ड संख्या एक के रहने वाले रामनारायण मेहता की बेटी है और उनकी शादी छह साल पहले 2017 में नरपतगंज रेवाही भवानीपुर मंडल टोला वार्ड संख्या तीन के रहने वाले मुन्नीलाल मेहता की बेटी मंदीप कुमार से हुई थी।शादी के बाद दोनों से दो संतान भी है।दोनों की शादी अररिया कोर्ट में हुई थी।
फारबिसगंज थानाध्यक्ष को दिए आवेदन में आरती कुमारी ने बताया कि छह साल पहले मंदीप कुमार से उनकी शादी हुई थी।वह मायके में हरिपुर में थी तो उसकी सास ने मंगलवार को पति मंदीप कुमार के नाबालिग स्कूल की छात्रा को लेकर फरार हो जाने की जानकारी फोन से दी।जिसके बाद गुरुजी सहित फरार हुई छात्रा के खोजबीन की काफी कोशिश की गई।लेकिन दोनों का कहीं पता नहीं चलने की बात कही गई।आवेदन में आरती कुमारी ने अपने पति पर नाबालिग प्लस टू मध्य विद्यालय खाबदह डुमरिया की 15 वर्षीया स्कूली छात्रा को लेकर फरार होने की बात कही।उन्होंने नाबालिग को भागने में 42 साल की रिंकू देवी पर सहयोग करने का आरोप लगाया है।
थाना में शिकायतकर्ता आरती कुमारी ने बताया कि यू के पति ट्यूशन और कोचिंग चलाने का काम करते हैं और उसी के पास वह नाबालिग लड़की पढ़ने के लिए आती थी।इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चलने लगा।जिसको लेकर घर में कई बार पति को समझाने बुझाने की बात कही,लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं था।कुछ माह पहले समझाने पर पति के द्वारा खुदकुशी करने का प्रयास करने की भी बात कही।उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सास द्वारा फोन कर जानकारी दी गई कि उनके पति नाबालिग लड़की को लेकर फरार हो गया है।जिसके बाद परिजन सहित काफी खोजबीन किया,लेकिन उसका कही पता नहीं चला।फलस्वरूप थाना आकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
ईधर फारबिसगंज थानाध्यक्ष आफताब अहमद ने आवेदन मिलने की बात करते हुए जांच कर कार्रवाई करने की बात कही।उन्होंने कहा कि तकनीकी अनुसंधान का सहारा लिया जा रहा है।