गौमाता को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करने से लौटेगा गौमाता का खोया सम्मान : हरीश वर्मा।
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विश्व हिन्दू महासंघ जिला स्तर पर गौसेवकों की कमेटी बनाकर गौरक्षा की दिशा में उठाएगा प्रभावी कदम : वर्मा
सभी को गौसेवा व गौरक्षा में देना चाहिए अपना योगदान : हरीश वर्मा।
विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय सचिव हरीश वर्मा ने संगठन द्वारा उन्हें हरियाणा प्रभारी की जिम्मेवारी दिए जाने पर पत्रकार वार्ता को किया संबोधित।
हिसार 14 सितंबर : विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली कालका मदिर के गद्दीनशीन महंत सुरेंद्र नाथ ने हाल ही में विश्व हिन्दू महासंघ भारत के राष्ट्रीय सचिव हिसार निवासी हरीश वार्मा को संगठन में प्रदेश प्रभारी की जिम्मेवारी सौंपी है। नव नियुक्त राष्ट्रीय सचिव एवं संगठन के प्रदेश प्रभारी हरीश वर्मा ने आज नगर के निजी रेस्तरां में गौ सेवकों की बैठक लेने के उपरांत पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि संगठन द्वारा दी जिम्मेवारी के मद्देनजर उन्होंने गौ सेवकों की बैठक ली है। बैठक में उन्होंने गौवंश को बचाने में आ रही परेशानियों को जाना। उन्होंने बताया कि जिसे हमारा हिन्दू धर्म गौमाता मानता है और हिन्दू मान्यता अनुसार गौमाता में 36 करेाड़ देवी देवताओं का वास होता है। आज वह गौमाता बुरी दशा में है जिसके जिम्मेवार हम हैं।
उन्होंने कहा कि गौमाता का जो अनादर वर्तमान में हो रहा है उसके लिए गंभीर और ठोस कदम उठाने की बेहद जरूरत है। सर्वप्रथम गौमाता को राष्ट्रीय प्राणी घोषित किया जाना चाहिए जिससे उनका संरक्षण सुनिश्चित होगा और गौमाता का मान-सम्मान बरकरार होगा व लोगों में इसके प्रति जागरुकता आएगी। इसके अलावा हर हिन्दू को जितना संभव हो सके अपने घरों में गऊ का पालन करना चाहिए और हर किसी को गौसेवा व गौरक्षा में अपना यथा संभव योगदान देना चाहिए। आज गौमाता के दूध, घी, पंचामृत की सबसे अधिक मांग है और इनकी कीमत भी सबसे अधिक है। अपने अमृत रूपी से दूध से हमारा पोषण करने वाली गाय को हमें वैसे ही आदर व सम्मान देकर उसकी सेवा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गौमाता का दूध अमृत के समान होता है इसे ग्रहण करने से हमारी बुद्धि तीव्र होती है,क्योंकि गौमाता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए हमें सदैव नि:स्वार्थ भावना से गौमाता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हम पूरी श्रद्धा से गौमाता की पीठ पर मात्र हाथ सहलाएंगे तो हमें कई रोगों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा गायों की सेवा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। लाचार व घायल गायों की सेवा से चारों धाम की यात्रा का फल प्राप्त होता है। हमारा भी दायित्व है कि हमें अपनी नेक कमाई में से कुछ हिस्सा गौमाता की सेवा में अवश्य लगाना चाहिए ।
हरीश वर्मा ने बताया कि सडक़ों पर घूमने वाली बेसहारा गऊओं एवं गौवंश की अवैध तस्करी व वध की रोकथाम हेतु विशेष गाय बचाओ अभियान चलाया जाएगा इसके लिए गौशाला के संचालकों से भी मुलाकात की जाएगी। गौवंश को बचाने के लिए जिला स्तर पर टीमों का गठन किया गया है जो प्रशासन के साथ तालमेल करके गौरक्षा व गौसेवा के क्षेत्र में कार्य करेंगी।
विश्व हिन्दू महासंघ संगठन की बात करते हुए हरीश वर्मा ने बताया कि संगठन देश में हिन्दू धर्म के प्रचार-प्रसार व उसकी रक्षा की दिशा में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे प्राचीन एवं मान्य धर्मों में हमारा हिन्दू धर्म है। इस धर्म का इतिहास हजारों साल पुराना है। सिन्धु घाटी सभ्यता एवं हिन्दू धर्म के कई चिन्ह एवं प्रमाण मौजूद हैं। हिन्दू धर्म सनातन धर्म है जिसका मतलब होता है सदा बना रहने वाला। हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पहले इस प्रकार की गणनाएं कर दी थी जो आज के विज्ञान के लिए आश्चर्य का विषय है इसलिए सभी को हिन्दू धर्म व हिन्दू होने पर गर्व होना चाहिए। इस अवसर पर हरीश वर्मा के अलावा विक्रम लाडवा, राजेश नेहरा, संजीव गौतम, प्रवीन व कुलदीप पहल आदि भी मौजूद रहे।