![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2023/09/IMG-20230914-WA0096-1024x682.jpg)
हिंदी दिवस पर रचनात्मक लेखन मंच ने साहित्यकारों, विशिष्ट जनों को किया सम्मानित
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली रचनात्मक लेखन मंच न्यास वाराणसी ,उप शाखा बरेली द्वारा हिंदी दिवस का कार्यक्रम का आयोजन ग्राम कुम्हारा मुड़िया अहमदनगर में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार आचार्य देवेंद्र देव ,मुख्य अतिथि डॉक्टर राकेश सिंह आई जी बरेली, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर चंद्रकांत त्रिपाठी पूर्व संपादक दैनिक जागरण ,प्रोफेसर आशुतोष प्रिय , श्रीमती सुधा त्यागी का अंगवस्त्र ,पुष्प गुच्छ व स्मृति चिह्न भेंट कर हरवेंद्र सिंह (पूर्व प्रधान)व संस्था सचिव डॉ विनीता सिसौदिया द्वारा सम्मान किया गया। स्वागत उद्बोधन के साथ सचिव डॉक्टर विनीता द्वारा रचनात्मक लेखन मंच के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया। जिसके बाद हिंदी दिवस के अवसर पर विद्वानों ने अपने विचार प्रस्तुत किए वहीं प्रसिद्ध कवियों उमेश त्रिगुणायत प्रियांशु त्रिपाठी, गोपाल पाठक, फहीम दानिश, जीशान राही ने मां भारती के चरणों में कविता सुमन अर्पित कर कार्यक्रम को सफल बनाया। अध्यक्ष देवेंद्र देव द्वारा मातृभाषा हिंदी के स्वाभिमान पर सुनाई गई कविता राष्ट्र प्रेम के भाव से ओत – प्रोत रही , वहीं विशिष्ट अतिथि चंद्रकांत त्रिपाठी जी द्वारा हिंदी पत्रकारिता पर चर्चा की गई और मानक भाषा के गुणों से परिचित कराते हुए हिंदी की भूमिका पर विचार रखे। मुख्य अतिथि डॉक्टर राकेश सिंह (आई जी बरेली)ने साहित्य से जुड़ने पर जोर दिया और कहां विश्व में कहीं भी जाए । लेकिन अपनी सभ्यता संस्कृति और भाषा को ना छोड़े उसी से हमारी पहचान होती है रचनात्मक लेखन मंच न्यास के प्रयासों की सराहना करते हुए सभी का उत्साहवर्धन किया। कहा साहित्य की खनक दूर तक होती है ,यह हमारी धरोहर है। सुधा त्यागी ने बच्चों को पढ़ लिख कर बड़ा आदमी बनने के साथ-साथ सरल भाषा के द्वारा व्यावहारिक बनने पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम में मनीष त्यागी,(पी. आर. ओ) अतुल श्रीवास्तव ( इंस्पेक्टर इज्ज़त नगर), एवं प्रीति को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवि गोपाल पाठक ने पूरे उत्साह के साथ करते हुए महाभारत पर लिखी हुई अपनी पंक्तियां ‘जीत से आश्वस्त गौरव चूर है अभियान में, भीष्म है तो कौन जीतेगा हमें संसार में’ सुना कर असत्य पर सत्य की विजय की गौरव गाथा सुनाई। कार्यक्रम में ललित गंगावार के अतिरिक्त सभी सम्मानित श्रोता डॉ विनीता शिशोदिया मौजूद रहे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन हेरवेंद्र सिंह द्वारा दिया गया।