केयू के संगीत एवं नृत्य विभाग में स्वर झंकार संगीत समारोह का हुआ आयोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 5 जनवरी : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत एवं नृत्य विभाग के सभागार में कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में संगीत एवं नृत्य विभाग तथा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में स्वर झंकार संगीत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्षा डॉ. आरती श्योकंद, डॉ. दीपिका वालिया, श्रीमती रेणु हुड्डा, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. हरविन्दर सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
समारोह के आरम्भ में अमेरिका से आई विदुषी संहिता नंदी ने अपना गायन प्रस्तुत किया। विदुषी संहिता नंदी ने अपने गायन का आरंभ राग मियाँ की तोड़ी से किया और तत्पश्चात् राग चारुकेशी प्रस्तुत किया। उनके साथ संगीत एवं नृत्य विभाग के तबला अनुदेशक सुरेंद्र कुमार ने तबले पर व हारमोनियम पर संगीत एवं नृत्य विभाग के गायन विषय के सहायक प्रोफेसर डॉ तरुण जोशी ने मनमोहक संगत दी। तानपुरे पर सचकिरण कौर ने साथ दिया।
संगीत एवं द्वितीय विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. आरती श्योकंद ने संगीत समारोह की मुख्य अतिथि कला एवं संस्कृति कार्य विभाग के संगीत विभाग से डॉ. दीपिका वालिया, विशिष्ट अतिथि रेणु हुड्डा सहित अतिथियों, संगीत रसिक जनों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो॰ सोमनाथ सचदेवा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा के साथ मिलकर आज का यह सुन्दर आयोजन करने की अनुमति प्रदान की।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से आए व संगीत एवं नृत्य विभाग के शोधार्थी सुरेंद्र रावल ने अपना सितार वादन प्रस्तुत किया। सुरेंद्र रावल ने अपने सितार वादन का प्रारंभ राग वाचस्पति से किया। इसके पश्चात् उन्होंने राग पहाड़ी में धुन प्रस्तुत की। उनके साथ संगीत एवं नृत्य विभाग के वरिष्ठ तबला अनुदेशक एवं भारत के प्रतिष्ठित तबला गुरु पंडित सुशील कुमार जैन के पट्ट शिष्य नितिन शर्मा ने तबले पर शानदार संगत की।
कला एवं संस्कृति कार्य विभाग हरियाणा से आई डॉ. दीपिका वालिया ने कहा कि कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा का सदैव ये प्रयास रहता है कि हरियाणा में जहाँ भी संगीत के कार्यक्रमों की कोई रूपरेखा बनती है तो उसमें बढ़ चढ़कर सहयोग करते हैं। संगीत एवं नृत्य विभाग के साथ मिलकर कार्यक्रम के आयोजन में हमें अपार हर्ष हो रहा है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अशोक शर्मा ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों का धन्यवाद किया। डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने मंच का सुंदर संचालन किया।
इस अवसर पर प्रो. शुचिस्मिता, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. हरविन्दर सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. ज्ञान सागर सिंह, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. सीमा जोहरी, डॉ. सुधा मेहला, डॉ. सोमपाल सिंह, डॉ. तरुण जोशी, डॉ. अरूप चटर्जी, डॉ. पूजा चौधरी, संजना रानी, शिखा धीमान आदि उपस्थित रहे।