गत दिवस मंगलवार देश में चैत्र माह के नव दुर्गा उत्सव का हुआ शुभारंभ
दीपक शर्मा जिला (संवाददाता)
बरेली : 9 अप्रैल 2024, यानी मंगलवार से देश में चैत्र माह के नव दुर्गा उत्सव का शुभारंभ हो गया। महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में पुरुषों ने नवरात्रि के पहले दिन देवी मां के विशिष्ट रूप मां शैलपुत्री की पूजा पूरे विधि विधान से कर अपनी मनोकामनाओं को देवी मां से पूरा करने का आशीर्वाद मांगा। नौ दिन तक चलने वाले इस व्रत की श्रृंखला में मां के हर स्वरूप की उपासना करने से अलग-अलग प्रकार के मनोरथ पूर्ण होते हैं। शास्त्रों की मान्यता है कि देवी इन नौ दिनों में पृथ्वी पर आकर अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर कर उन्हें सुख-सौभाग्य, विद्या, दीघार्यु प्रदान करती है इसलिए नवरात्रि माता
भगवती की साधना का श्रेष्ठ समय होता है। नवरात्रि के नौ दिनों में पांच ज्ञान इन्द्रियां, पांच कर्म इन्द्रियां और एक मन इन ग्यारह को जो संचालित करती हैं वही परम शक्ति हैं जो जीवात्मा, परमात्मा, भूताकाश, चित्ताकाश और चिदाकाश में सर्वव्यापी है। इनकी श्रद्धाभाव से आराधना की जाए तो चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी दिन से सिंधि समुदाय का पर्व चेटी चंद मनाया जाता है इस दिन से सिंधी लोगों का नववर्ष शुरू होता है. इसी दिन भगवान झूलेलाल का जन्म हुआ था. भगवान झूलेलाल को वरुण देव भी माना जाता है इसलिए सिंधी लोग इस दिन जल की भी पूजा करते हैं. चेती माह (चैत्र माह) के दौरान चंद्रमा के पहली बार दिखाई देने के कारण इस पर्व को चेटी चंद कहा जाता है. आपको बता दें कि इस दिन का अवकाश बेसिक शिक्षा परिषद में एक लम्बे समय से होता रहा है लेकिन मौजूदा सरकार ने इस अवकाश पर भी कैंची चला दी है। जिसकी वजह से अधिकांश शिक्षक शिक्षिकाएं मंगलवार को विभाग को कोसते हुए विद्यालय देरी से पहुंचे क्योंकि अध्यापकों ने भी मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना कर अपने परिवार पर मां का आशीर्वाद बना रहे इसी मनोकामना के साथ पूजा करने के बाद ही स्कूलों का रुख किया।