वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सनातन से जुड़ कर मिलेगा ज्ञान।
कुरुक्षेत्र, 5 जनवरी : देश विदेश में सनातन का अभियान चला रहे जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ग्रामीण आंचल में भी निरंतर सत्संग के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। शुक्रवार को भी करीब एक दर्जन से अधिक गांवों में जनसंपर्क करते हुए सत्संग में उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे बच्चों एवं युवाओं में भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का अभाव देखा जा रहा है जबकि इन को संस्कृति एवं संस्कारों का ज्ञान जरूरी है।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि आधुनिक मशीनी युग में बच्चों को मंदिर में प्रभु दर्शन एवं धार्मिक पूजा संस्कार का ज्ञान होना जरूरी है। हमें समय रहते बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ धार्मिक संस्कारों का ज्ञान भी देना होगा तभी सुसंस्कारित नैतिक ईमानदार समाज की परिकल्पना साकार होगी। बच्चे बुजुर्गों का आदर करना भी सीखेंगे।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि गिरते को उठाना ही सच्ची मानव सेवा है। पाश्चात्य संस्कृति के चलते बेटे-बेटी, बेटा-बहू, माता-पिता को अपमानित कर वृद्धाश्रम भेज रहे हैं, ऐसा दिन नहीं आए इसके लिए बच्चों को नैतिक एवं धार्मिक संस्कारों की शिक्षा देना चाहिए। आज के युग में आधुनिक एवं युवा संतान माता-पिता की आज्ञा नहीं मानती है। यह चिंतन का विषय है। हम जैसा व्यवहार घर में करेंगे वैसा बच्चे सीखेंगे। समाज में सनातन से ही ज्ञान मिलेगा।
महंत राजेंद्र पुरी।