सिटी डीएवी काॅलेज में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
अंबाला : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर डीएवी कॉलेज, अंबाला शहर की वूमेन सैल द्वारा जागरुकता कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के प्रति समाज में सम्मान की भावना उत्पन्न करना और उनके सशक्तिकरण की दिशा में प्रयास करना रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि काउंसलर और अंकशास्त्री नील कमल खेडा रही। प्राचार्य प्रोफेसर राजीव महाजन ने मुख्य अतिथि का पौधा और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर राजीव महाजन ने कहा कि समाज में बेटियों के प्रति भेदभाव को कम करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। उन्होंने सभी से बेटा-बेटी को समान शिक्षा और अधिकार देने का संकल्प लेने की अपील की। मैडम नीलकमल खेडा ने महिलाओं की आर्थिक स्वतन्त्रता की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए कहा कि सुपर वूमन वह है जो अपने व्यावसायिक और पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाकर आगे बढ़ती है। साथ ही उन्होंने अंको का व्यक्ति के व्यक्तित्व पर प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम की संयोजिका और वूमेन सेल प्रभारी प्रोफेसर शिवानी डावर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ अपने आप को जानना, अपनी खूबियां को पहचानना और अपनी कमजोरी पर काम करना है। मंच संचालन वूमेन सैल सदस्य डाॅ. गरिमा सुमरान व डॉ. मधु गोयल ने किया। फैकेल्टी मैंबर्स के लिए वॉक ऑफ़ ग्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विजेता मैडम शर्मिला को भी पुरस्कृत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभागिता करने वाले सभी विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि व प्रोफेसर शिवानी डावर द्वारा उपहार और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उप प्राचार्य डॉ. आर एस परमार, डाॅ. रेखा शर्मा, प्रोफेसर नीरज गोयल, प्रोफेसर मोनिका शर्मा, प्रो प्रियंका मलिक मलिक क्यूट खरबंदा, डॉ. राजीव राणा, डाॅ. भूपेंद्र सिंह, प्रोफेसर शांत कौशिक, डॉ. विजेंद्र सिंह, गगनदीप कौर, प्रोफेसर शालू , डॉ. सुखदेव सिंह, प्रोफेसर वर्णिका, प्रोफेसर भव्या, प्रोफेसर नवनीत, प्रोफेसर निशा, प्रोफेसर रीटा, प्रोफेसर ज्योत्सना, प्रोफेसर शानदीप, प्रोफेसर पूजा आनंद, प्रोफेसर ज्योति, प्रोफेसर अमनदीप, प्रोफेसर नेत्रा, प्रोफेसर गरिमा जैन, प्रोफेसर रितु, प्रोफेसर साक्षी उपस्थित रहे।