कला सामाजिक चेतना को जागृत करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम : मदन मोहन छाबड़ा

कला सामाजिक चेतना को जागृत करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम : मदन मोहन छाबड़ा।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
केयू ललित कला विभाग में तीन दिवसीय सामूहिक मल्टीपल इम्प्रैशन कला प्रदर्शनी का हुआ शुभारम्भ।
कुरुक्षेत्र, 22 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में ललित कला विभाग में तीन दिवसीय सामूहिक मल्टीपल इम्प्रैशन कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए 48 कोस मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि कला सामाजिक चेतना को जागृत करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उन्होंने कहा कि इन नवोदित कलाकारों की रचनाओं में संवेदना, मौलिकता और सामाजिक चेतना का अद्भुत संगम देखने को मिला। ऐसी प्रदर्शनी न केवल कला को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि समाज को सोचने के लिए प्रेरित भी करती हैं।”
इस अवसर पर ललित कला विभाग के अध्यक्ष डॉ. गुरचरण सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
इस प्रदर्शनी में छात्र कलाकार आस्था ने आध्यात्मिक ऊर्जा, मानसी ने भावात्मक पहलुओं तथा नीरज ने समुदाय व श्वेता ने भावनात्मक रिश्तों को लेकर अपनी कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गई, जिन्हें दर्शकों से भरपूर सराहना प्राप्त हुई। प्रदर्शनी 24 अप्रैल तक आम जनता के लिए खुली रहेगी।
इस अवसर पर ललित कला विभाग के शिक्षकगण डॉ. राकेश बानी, डॉ. पवन कुमार, डॉ. मोनिका गुप्ता, डॉ. राकेश कुमार सिंह, सुशील रंगा, इशु जिंदल सहित विभाग के सभी शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।