दिव्या ज्योति जागृती संस्थान द्वारा दो दिवसीय विलक्षण योग एवं ध्यान साधना शिविर का किया गया आयोजन स्वामी विज्ञानानंद

दिव्या ज्योति जागृती संस्थान द्वारा दो दिवसीय विलक्षण योग एवं ध्यान साधना शिविर का किया गया आयोजन स्वामी विज्ञानानंद
(पंजाब) फिरोजपुर 18 में कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता
योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है:- स्वामी विज्ञानानंद दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा स्थानीय विनोबा बस्ती पार्क में अपने स्वास्थ्य जाग्रति कार्यक्रम “आरोग्य” के अंतर्गत दो दिवसीय “विलक्षण योग एवं ध्यान साधना शिविर” का आयोजन किया गया। जिसके आज प्रथम दिवस संस्थान की ओर से “श्री आशुतोष महाराज जी” के शिष्य योगाचार्य स्वामी विज्ञानानंद जी ने भारतीय संस्कृति की उत्कृष्ट विरासत “योग” की महानता से परिचित कराते हुए योग साधकों को बताया कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है, संयम और पूर्ति प्रदायक तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह मात्र व्यायाम के बारे में ही नहीं है, वरन् अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी परिवर्तनशील जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। इसीलिए गौरवान्वित होकर यह कहा जा सकता है कि सम्पूर्ण विश्व में आर्यावर्त भारतीय योग मनीषियों द्वारा प्रदत्त “योग पद्धति” को उत्कृष्ट निधि के रूप में सर्वसम्मति से समग्र राष्ट्रों द्वारा अग्रगण्य स्वीकार किया गया । वस्तुतः संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने दिसम्बर 2014 में प्रतिवर्ष “21 जून” को “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” के रूप में मनाने का संकल्प पारित किया।
स्वामी जी ने पातंजलि “योग सूत्र” के अनुसार साधकों को ताड़ासन, दण्डासन, कटिचक्रासन, अर्द्ध चंद्रासन, द्विचक्रिकासन, भुजंगासन, नाड़ीशोधन, अनुलोम विलोम प्राणायाम इत्यादि का विधिवत् अभ्यास करवाते हुए इनके वैज्ञानिक पक्ष द्वारा दैहिक लाभों से परिचित भी करवाया। संस्थान की श्री गंगानगर शाखा की संयोजिका साध्वी सोनिया भारती ने बताया कि संस्थान ओर से अपने “आरोग्य” प्रकल्प के अंतर्गत सम्पूर्ण विश्व में निःशुल्क “विलक्षण स्वास्थ्य शिविरों” का आयोजन कर “सर्वे सन्तु निरामयाः” की उक्ति को सिद्ध किया जा रहा है। इसी श्रृंखला में आगामी दिनों में संस्थान की ओर से 17 और 18 मई इंदिरा वाटिका में, 19 और 20 मई आदर्श पार्क में, 21 और 22 मई नेहरू पार्क में ऐसे ही विलक्षण योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें सारे क्षेत्रवासियों को हार्दिक निमंत्रण है व प्रवेश निःशुल्क है। भारतीय संस्कृति की मर्यादा बनाये रखते हुए कार्यक्रम का आरम्भ विधिवत् मंत्रोच्चारण के साथ हुआ।
सभी साधकों ने दैहिक आरोग्यता से परिपूर्ण कार्यक्रम का पूर्णतः लाभ प्राप्त किया।