केयू कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल बने सिख म्यूजियम के लिए गठित समिति के सदस्य

केयू कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल बने सिख म्यूजियम के लिए गठित समिति के सदस्य
डॉ. प्रीतम सिंह बने गुरु रविदास म्यूजियम समिति के सदस्य
हरियाणा सरकार ने सिख व गुरु रविदास म्यूजियम के लिए समितियों का गठन किया।
कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 30 सितम्बर : हरियाणा के राज्यपाल व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुलाधिपति प्रो. असीम कुमार घोष द्वारा राज्य में सिख म्यूजियम और गुरु रविदास म्यूजियम की सामग्री को ऐतिहासिक सत्यापन के बाद परखने, विकसित करने और अनुमोदित करने के उद्देश्य से दो अलग-अलग उप-समितियों का गठन किया है। दोनों समितियों की अध्यक्षता हरियाणा साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री करेंगे। इस संबंध में श्री के. मकरंद पांडुरंग, आईएएस, सचिव, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग, हरियाणा द्वारा आदेश जारी किए गए।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि सिख म्यूजियम के लिए गठित समिति में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव व आईआईएचएस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वीरेंद्र पाल, यमुनानगर से डॉ. मलकीत सिंह, डॉ. सरबजीत सिंह मान, पंजाबी विभाग, पंजाब सेंट्रल यूनिवर्सिटी, बठिंडा व श्री विनोद कुमार, परियोजना अधिकारी (सदस्य सचिव) को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि गुरु रविदास म्यूजियम के लिए गठित समिति में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, के डॉ. भीमराव अंबेडकर अध्ययन केंद्र के निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह, डॉ. जसपाल मेहरा, सेवानिवृत्त एस.ई. व विनोद कुमार, परियोजना अधिकारी (सदस्य सचिव) को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। इन समितियों का उद्देश्य म्यूजियम के लिए सामग्री का ऐतिहासिक सत्यापन कर उसे विकसित व अनुमोदित करना है। इस उपलब्धि के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने डॉ. वीरेन्द्र पाल व डॉ. प्रीतम सिंह को बधाई दी।
कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल व निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह ने इस महत्वपूर्ण जिम्मेवारी को सौंपने के लिए राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार प्रकट किया व पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ ऐतिहासिक संस्कृति को विकसित करने की बात कही।