शिक्षा क्षेत्र में आ रही चुनौतियों पर आयोजित सेमिनार में पहुंची महाराजा सूरजमल वेलफेयर सोसाइटी

कैथल का अंतरराष्ट्रीय जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र में हुआ भव्य स्वागत।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 11 अक्टूबर : आज अंतरराष्ट्रीय जाट धर्मशाला, कुरुक्षेत्र में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायी समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें महाराजा सूरजमल वेलफेयर सोसाइटी, कैथल के पदाधिकारियों व जाट समाज के अनेक गणमान्य व्यक्तियों का भव्य स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम समाज की एकता, शिक्षा और सेवा की भावना को नई दिशा देने वाला साबित हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र के प्रधान डॉ. कृष्ण श्योकंद ने की। इस अवसर पर कैथल से आए बड़ी संख्या में समाजसेवी, शिक्षाविद् और युवा शामिल हुए। सभी का धर्मशाला पहुंचने पर संस्था की कार्यकारिणी द्वारा आत्मीय सत्कार किया गया।
सम्मान समारोह के दौरान वातावरण में आत्मीयता, उत्साह और समाजिक सौहार्द की झलक साफ दिखाई दी। उपस्थित लोगों ने अंतरराष्ट्रीय जाट धर्मशाला के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज को जोड़ने और आने वाली पीढ़ियों को सही दिशा देने में मील का पत्थर साबित होंगे डॉ. कृष्ण श्योकंद ने अपने उद्बोधन में कहा “महाराजा सूरजमल वेलफेयर सोसाइटी जिस निष्ठा से समाज के महान योद्धा महाराजा सूरजमल के आदर्शों पर चलते हुए समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य कर रही है, वह अनुकरणीय है। हमें भी इसी दिशा में संगठित होकर काम करने की आवश्यकता है ताकि समाज की छवि सभी समुदायों के बीच सम्मानजनक और अग्रणी बने उन्होंने आगे कहा कि आज समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलों के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की जरूरत है“शिक्षा में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के इस दौर में ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमें उनके लिए ऐसे संसाधन और माहौल तैयार करने होंगे जिससे वे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें और देश-प्रदेश का नाम रोशन करें,”श्योकंद ने कहा उन्होंने यह भी घोषणा की कि अंतरराष्ट्रीय जाट संस्था समाज के हर सकारात्मक कदम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी और युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए ठोस योजनाएं तैयार की जाएंगी।
कार्यक्रम में महाराजा सूरजमल वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान श्री भीम सिंह ने कहा कि “धर्मशाला में आकर और समाज के इस ऊर्जावान मंच पर सम्मान पाकर अत्यंत गर्व का अनुभव हो रहा है। हम सब इस संस्था के साथ कदम से कदम मिलाकर समाज सेवा के हर कार्य में भागीदारी निभाएंगे।उन्होंने डॉ. कृष्ण श्योकंद व पूरी कार्यकारिणी का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज की एकता और सहयोग की मिसाल हैं, जिन्हें समय-समय पर दोहराया जाना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन मीडिया कोऑर्डिनेटर गुरदीप तंवर ने बड़ी कुशलता से किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जाट संस्था कैथल के प्रधान रोशन पाडला, दरबारा नैन, प्रताप चहल, राजकमल ढांडा, राममेहर मौन, अशोक भाम्भू, बलवान धारीवाल, मुकेश नम्बरदार, सतबीर गोपेरा आदि उपस्थित रहे।
इन सभी गणमान्य समाजसेवियों को डॉ. कृष्ण श्योकंद, बनी सिंह ढुल, हरकेश सहारन, नरेंद्र नैन, सुरेंद्र इश्याक (पूर्व प्रधान), टेकचंद बारना, कर्मबीर घराडसी (पूर्व प्रधान), कुलदीप जखवाला, पूर्व कुलपति रनपाल, कुटा प्रधान जितेंद्र खटकर व महंत गोपाल दास ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम में उपस्थित सभी जनों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि “ऐसे सामाजिक और प्रेरणादायी आयोजन हर वर्ष किए जाएं, ताकि समाज की एकता को और अधिक मजबूती दी जा सके तथा युवा पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास और आदर्शों से जोड़ा जा सके।अंत में सभी वक्ताओं ने आधुनिक शिक्षा, सामाजिक सहयोग और नशामुक्त समाज की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
समारोह का समापन राष्ट्रगान और समाज की एकता के जयघोष के साथ हुआ इस भव्य आयोजन ने न केवल समाज में नई ऊर्जा का संचार किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि जब समाज एकजुट होता है, तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं रहता।