रत्नावली महोत्सव दे रहा है प्रत्येक युवा को आगे बढ़ने का अवसर : प्रो. संजय कौशिक

हरियाणवी बोली व सांझी को बढ़ावा देने के लिए कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को बधाई।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 30 अक्टूबर : रत्नावली महोत्सव प्रत्येक छात्र को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान कर रहा है। यह एक ऐसा मंच है जहां विद्यार्थी स्वतंत्र उड़ान भर रहे हैं और उन्हें उडान भरने का मौका कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय दे रहा है। यह विचार गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कौशिक ने गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय हरियाणा दिवस राज्य स्तरीय रत्नावली समरोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि अपने विश्वविद्यालय में आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। जब वे यहां पर पढ़ाते थे तब वे सोचते थे कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का छात्र देशभर में सर्वश्रेष्ठ है। आज 21 वर्ष बाद जब वे दोबारा अपने विश्वविद्यालय में आए और उन्होंने पूरे रत्नावली समारोह को देखा आज फिर वो गर्व से कह सकते हैं कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का विद्यार्थी व शिक्षक पूरे देशभर में सबसे श्रेष्ठ हैै। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं जिन्होंने छात्रों को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया और रत्नावली समारोह में हरियाणवी बोली व सांझी को बढ़ावा देने का सार्थक प्रयास किया। इससे पूर्व रत्नावली समारोह में पंहुचने पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने उनका स्वागत किया।
तीसरे दिन रत्नावली समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए प्रो. संजय कौशिक ने कहा कि यह उत्सव विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का मंच प्रदान करता है। रत्नावली उत्सव हरियाणवी संस्कृति के संरक्षण व उसको पुर्नजीवित करने के कार्य में बड़ी गंभीरता से लगा है।
इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, प्राक्टर प्रो. अनिल गुप्ता, प्रो. अनिल मित्तल, डीवाएसीए निदेशक प्रो. विवेक चावला, सांस्कृतिक परिषद के प्रधान डॉ. ऋषि पाल, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, उप- निदेशक सलोनी पी दिवान सहित डीन, निदेशक, शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे।
 
				 
					 
					



