राधेश्याम कथावाचक के नाटक आज भी प्रासंगिक ,साहित्यकार रमेश गौतम को मिला राधेश्याम कथावाचक सम्मान

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : मानव सेवा क्लब के तत्वावधान में मंगलवार को जिला पंचायत स्थित राधेश्याम भवन के सभागार में प्रख्यात कथावाचक नाटककार पंडित राधेश्याम कथावाचक की जयंती के कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें विचार गोष्ठी,सम्मान और स्मारिका विमोचन हुआ। विचार गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इतिहासकार रंजीत पाँचाले ने कहा कि पंडित राधेश्याम कथावाचक के नाटक आज भी प्रासंगिक हैं । अपने संवादों से वह दर्शकों की सोच को संस्कारित करना चाहते थे। उनके नाटकों की स्त्रियां विद्रोही और प्रगतिशील हैं। कार्यक्रम अध्यक्ष शारदा भार्गव ने कहा कि पंडित जी विश्व की विभूति थे।सरला चौधरी,कवि इन्द्र देव त्रिवेदी ने राधेश्याम रामायण के दोहे गाकर सुनाए। नवगीतकार और साहित्यकार रमेश गौतम को साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए 12 वां पंडित राधेश्याम कथावाचक स्मृति सम्मान दिया गया। सम्मान स्वरूप हार,शाल,स्मृति चिन्ह कार्यक्रम की अध्यक्ष राधेश्याम कथावाचक की पौत्री शारदा भार्गव,प्रपौत्र संजय शर्मा,विक्रम भार्गव,क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा, महासचिव प्रदीप माधवार, प्रकाश चंद्र सक्सेना,मधु वर्मा,प्रदीप माधवार ने दिया। संचालन सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया। सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्रदीप माधवार ने कहा कि राधेश्याम जैसा व्यक्तित्व पूरे विश्व में नहीं मिलेगा। खासतौर से मौजूद लोगों में बरेली में ए. डी.एम. रहे राम सेवक द्विवेदी,साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा, मुकेश सक्सेना,डा. अतुल वर्मा,मधु वर्मा, भारतेंदु सिंह,अतुल मिश्र,सुधीर मोहन,बिपिन गर्ग,ब्रजेश सक्सेना, उषा सक्सेना, डॉ.रविप्रकाश शर्मा,नमिता,पूजा,मधुरिमा, निर्भय सक्सेना, प्रवीन शर्मा,विशाल शर्मा,पंडित राम गोपाल शर्मा आदि अनेक लोग रहे।



