लोक कलाओं से सज रहा ब्रह्मसरोवर का कुन्ती घाट, कलाकार बिखेर रहे सांस्कृतिक छटा

कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 27 नवम्बर : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान ब्रह्मसरोवर के विभिन्न क्षेत्रों में सांस्कृतिक कार्यक्रम पर्यटकों का मनोरंजन कर रहे हैं। जहां एक ओर मुख्य पंडाल में प्रतिष्ठित कलाकार अपने हुनर का जादू दिखा रहे हैं। वहीं सरोवर के अलग-अलग घाटों पर लोक कलाकार भी अपनी कला के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। इसी कड़ी में ब्रहमसरोवर के कुन्ती घाट पर हरियाणा कला परिषद के सौजन्य से प्रत्येक दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हरियाणवी नृत्य, भजन, रागनी, नुक्कड़ नाटक तथा हास्य प्रस्तुतियों के साथ लोगों का मनोरंजन किया जा रहा है। हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने बताया कि गीता महोत्सव के पहले दिन अमित मथाना और उनके कलाकारों ने भजन व रागनी के माध्यम से अपनी प्रतिभा को दिखाया। वहीं सीमा अहेरिया ने नृत्यों, विशाल टांक ने नुक्कड़ नाटक तथा गुलाब किरमच ने हास्य रस से लोगों का मनोरंजन किया। इसी श्रृंख्ला में राकेश रत्नाकार ने नृत्य नाटिका, विक्रम सिरोहीवाल के भजन तथा विक्रम सिंह के नुक्कड़ नाटक ने कार्यक्रम को चार चांद लगाए। इसके अलावा हास्य कलाकार शिवकुमार किरमच की हास्य चुटकियों तथा व्यंग्यों ने लोगों को खूब गुदगुदाया। बेहतरीन अदायगी और हाजिर जवाबी का सुंदर परिचय देते हुए शिवकुमार किरमच ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। डा. अमरजीत कौर की टीम द्वारा कत्थक और हरियाणवी नृत्यों की प्रस्तुतियों को भी दर्शकों की खूब सराहना मिली। इतना ही नहीं विकास रल्हन के भजनों पर लोग झूमते नजर आए। मंच का संचालन विकास शर्मा द्वारा किया गया। एक दिसम्बर तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से कलाकार आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।




