रैंकिंग से रिसर्च तक, प्लेसमेंट से पुरस्कार तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने 2025 में रचा इतिहास

कुलपति प्रो. सचदेवा के नेतृत्व में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने 2025 में हासिल कीं अनेक उपलब्धियाँ।
कुरुक्षेत्र, (प्रमोद कौशिक) 22 दिसम्बर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के कुशल नेतृत्व में वर्ष 2025 विश्वविद्यालय के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों और समग्र प्रगति का वर्ष रहा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक, शोध, खेल, सांस्कृतिक और प्रशासनिक सभी क्षेत्रों में नई ऊँचाइयाँ छुईं। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एन.आई.आर.एफ.) 2025 में राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय श्रेणी में 35वाँ स्थान प्राप्त कर तथा शिक्षण, शोध और ग्रेजुएट आउटकम जैसे मानकों पर स्कोर बढ़ाकर राष्ट्रीय शिक्षा क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता का लोहा मनवाया।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को मटीरियल साइंस के ड्रीम्स प्रोजेक्ट के लिए 10 करोड़ रुपये की ग्रांट मिली। भूभौतिकी विभाग की टीम को भारत-इटली संयुक्त विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी योजना के तहत भूकंपीय खतरे के आकलन हेतु अंतरराष्ट्रीय शोध परियोजना प्राप्त हुई। यू.आई.ई.टी. संस्थान द्वारा विकसित मल्टी वेजिटेबल ट्रांसप्लांटर के पेटेंट से कृषि क्षेत्र में क्रांति आने की उम्मीद है। शिक्षा विभाग के विशेष शिक्षा कार्यक्रमों को भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) द्वारा उत्कृष्टता केंद्र घोषित किया गया। रणनीतिक सहयोग एवं उद्योग संपर्क के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण कदम उठाए। विकासशील देशों की अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली (आरआईएस) नई दिल्ली, केंद्रीय लुग्दी एवं कागज अनुसंधान संस्थान (सीपीपीआरआई), सहारनपुर, ऑफसेट प्रिंटर्स संगठन पंजाब, एवं कई अन्य उद्योग भागीदारों और विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) किए गए। इनके अलावा, विश्वविद्यालय ने ‘माई बकेट स्टेज’ और ‘आर्गस चिप डिजाइन’ जैसे स्टार्टअप्स के साथ भी समझौते किए, जिससे शिक्षा, शोध और प्लेसमेंट के नए अवसर उत्पन्न हुए।
प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि छात्र कल्याण एवं उपलब्धियों के मोर्चे पर विश्वविद्यालय ने शानदार सफलता अर्जित की। कोग्निजेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, एवियन यूके, फेडरल बैंक जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में विद्यार्थियों का उच्च पैकेज पर चयन हुआ। खेलों के क्षेत्र में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देशभर की 232 यूनिवर्सिटियों में 13वाँ स्थान प्राप्त कर 17 पदक जीते। 38वें अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय युवा महोत्सव में तीसरा स्थान और ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी पुरुष कराटे चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त कर विश्वविद्यालय की प्रतिभा का डंका बजाया। विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य हेतु एक ऐतिहासिक पहल करते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रकोष्ठ और हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया। साथ ही, जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विश्वविद्यालय के समाचारों और गतिविधियों को समर्पित ‘केयू न्यूजलैटर’ के प्रथम संस्करण तथा संस्थान के नए लोगो (आईएमसीएमटी) का विमोचन कर एक नए संचार माध्यम की शुरुआत की गई। उन्होंने बताया कि प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय ने कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की सफल मेजबानी की। भारत सरकार के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, हरियाणा सरकार के केबिनेट मंत्री अनिज विज, हरियाणा सरकार के मंत्री कृष्ण बेदी, प्रसिद्ध आर्थिक विशेषज्ञ सतीश, सांसद नवीन जिंदल, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की उपस्थिति में 10वें अंतर्राष्ट्रीय गीता सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान ब्रह्मसरोवर तट पर हरियाणा की संस्कृति को दर्शाते हरियाणा पवेलियन की स्थापना की गई। विजन 2047ः समृद्ध और महान भारत और शिक्षक शिक्षा में परिवर्तन जैसे उच्चस्तरीय सम्मेलन आयोजित किए गए। सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते हुए विश्वविद्यालय ने महिला सशक्तिकरण के लिए आईसीसी कार्यशालाएँ, वित्तीय साक्षरता एवं सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए। दिव्यांग पूर्व छात्रा को ट्राइसाइकिल प्रदान कर सामाजिक दायित्व निभाया। पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा पर्यावरण चैम्पियन अवार्ड-2025 से सम्मानित किया गया।
प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रशासनिक सुधारों के तहत विद्यार्थी हित में आटो अपील सिस्टम पोर्टल और दूरस्थ शिक्षार्थियों के लिए केयूके लर्नर मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा के प्रसार को और मजबूती देते हुए 21 जुलाई को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय (एसवीएसयू), दुधोला, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, भिवानी, जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वाईएमसीए, फरीदाबाद) तथा सनातन धर्म महाविद्यालय, अंबाला छावनी के साथ शिक्षार्थी सहायता केंद्र स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया। शिक्षा मंत्रालय के अखिल भारतीय शिक्षा समागम में चार नए प्रशिक्षुता-आधारित डिग्री कार्यक्रमों की शुरुआत की गई, जो रोजगारपरक शिक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।
प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह में 18 फरवरी 2025 को एक ऐतिहासिक और गौरवशाली अध्याय जुड़ा। समारोह की शोभा बढ़ाते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (डी.लिट्) की मानद उपाधि प्रदान की गई। इसी कड़ी में, अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का गौरव बढ़ाने वाले इसरो के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. सोमनाथ एस को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एससी) की मानद उपाधि और गोयल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस ऐतिहासिक दिन को और यादगार बनाते हुए 2000 स्नातकोत्तर एवं स्नातक के विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की गई। साथ ही, विश्वविद्यालय की शोध क्षमता का प्रमाण देते हुए 130 शोधार्थियों को पीएच.डी. की उपाधि प्रदान की गई और अपनी शैक्षणिक प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले 91 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। यह समारोह न केवल नए स्नातकों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक था, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रही प्रतिष्ठित विभूतियों को सम्मानित करने का एक अवसर भी था, जिससे विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रेरणा मिली।
कुल मिलाकर, कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के दूरदर्शी नेतृत्व में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने वर्ष 2025 में एक आधुनिक, गतिशील, शोधोन्मुख और समाज से जुड़े संस्थान के रूप में अपनी पहचान को और मजबूत किया है, जिसने शिक्षा के सभी आयामों पर समग्र प्रगति का परचम लहराया है।




