बंगाल के कुख्यात शराब तस्कर को पूर्णिया पुलिस ने किया गिरफ्तार
पूर्णिया
बिहार पुलिस की हिटलिस्ट में बंगाल का चौथा मोस्टवांटेड शराब माफिया समीतुल्लाह को बंगाल से गिरफ्तार कर लिया गया है.बताते चलें कि बिहार में शराबबंदी के बाद सबसे अधिक शराब बंगाल से आनी शुरू हो गई.क्योंकि बंगाल के सबसे सटे पूर्णिया जिला पड़ता है और पूर्णिया के रास्ते आप बिहार के किसी भी कोने में आसानी से जा सकते है.
इसी का सबसे अधिक लाभ शराब माफियाओं और तस्करों बे उठाया.बंगाल के इन तस्करों ने तो बिहार में चोरी-छिपे ऊंचे दामों में शराब भेजकर बिहार के लोगों को शराब पहुंचता रहा और खुद करोड़पति और अरबपति बन गए.बताते चलें कि बिहार पुलिस ने जब शराब माफियाओं और तस्करों के खिलाफ मुहिम छेड़ी तो बंगाल के कई बड़े शराब माफियाओं के नाम हिटलिस्ट में जुड़ने लगे.
बिहार पुलिस ने भी बंगाल के इन सभी शराब माफियाओं की गिरफ्तारी के लिये जाल बिछाना शुरू कर दी.पुलिस के इस बिछाए जाल में सबसे पहले बंगाल का कुख्यात शराब माफिया विश्वजीत सरकार को गिरफ्तार कर लिया.इसकी गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस को और कई बड़े शराब माफियाओं की लिस्ट और जानकारी मिलनी शुरू हो गई.बिहार पुलिस और मधनिषेध क के हिटलिस्ट में दूसरा सबसे बड़ा कुख्यात शराब माफिया मुर्शीद था.
जिसे पूर्णिया पुलिस और मधनिषेध की टीम ने बड़े ही नाटकीय ढंग से बंगाल से गिरफ्तार कर लिया.इसकी गिरफ्तारी के बाद मधनिषेध कि हिटलिस्ट में तीसरा नाम था समर घोष का,उसे भी पूर्णिया पुलिस और मधनिषेध की टीम ने मिलकर बंगाल से गिरफ्तार कर लिया.इसके बाद मधनिषेध कि हिटलिस्ट में चौथा नाम समीतुल्लाह का था.लेकिन समीतुल्लाह ये भनक लग गया था कि पूर्णिया पुलिस की हिटलिस्ट में मेरा नम्बर आ गया है.
पूर्णिया पुलिस हमको कभी भी गिरफ्तार कर सकती है.इसलिए समीतुल्लाह घर से बाहर निकलना और किसी अंजान लोगों से मिलना बिल्कुल ही बंद कर दिया था.यहां तक कि किसी अंजान नम्बरों से कोई फोन भी आता था तो समीतुल्लाह उसे नहीं उठाता था.
समीतुल्लाह घर के पास ही बने अपने मार्केट में दवा कम्पनी का एक बड़ा सा ऑफिस खोल लिया था.उसे दवा कम्पनी में कुछ मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की जरूरत थी.पूर्णिया पुलिस मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव बनकर समीतुल्लाह के ऑफिस में पहुंचकर समीतुल्लाह को बड़े ही नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया