*बच्चों के भविष्य को अंधकार में न डाले सरकार: प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन।
अररिया
प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सिबतैन अहमद द्वारा माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार के नाम जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय को ज्ञापन सौंप कर समाहरणालय अररिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इन्होंने बताया की राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद के अहान पर बुधवार को पूरे देश में एसोसिएशन द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा रही है, जिसके माध्यम से देश के माननीय प्रधानमंत्री एंव सारे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विद्यालय खोलने का निवेदन किया जा रहा है। और उन्हें अवगत कराया जा रहा है कि
कोविड-19 में शिक्षा का स्तर बिहार सहित पूरे भारत में गिरा है। समाचार पत्रों के अनुसार विश्व बैंक के वैश्विक शिक्षा निदेशक जैमे सावेद्र के द्वारा कहा गया है कि विद्यालय खुले रहने से वायरस के प्रसार का कोई संबंध नहीं है अत: विद्यालय को बंद रखने का अब कोई औचित्य नहीं है उन्होंने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि स्कूलों को फिर से खोलने से कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि हुई है। पिछले साल कोरोना वायरस के कुप्रभाव को देखते हुए दहशत एवं अज्ञानता में आकर विद्यालयों को ताला लगाने का कदम उठाया गया जो कदापि उचित नहीं था परंतु पूर्व की भांति इस बार भी यह गलती करना बच्चों के उज्जवल भविष्य को जानबूझकर अंधकार में डालना होगा। बच्चों के भविष्य के साथ साथ प्राइवेट शिक्षकों की आर्थिक स्थिति भी दयनीय अवस्था में चली गई है।
अभी 15 से 18 वर्ष के बच्चों के बीच टीकाकरण का कार्य को पूरा करना है। मैं देश के माननीय प्रधानमंत्री एंव मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहता हूं की कक्षा 8वीं से 12वीं तक छात्र-छात्राएं की उम्र 15-से18 वर्ष के बीच होता है। टीकाकरण की पुर्ण रूप से सफलता विद्यालय के खुले रहने में है, न कि विधालयों को बंद रखने में। विधालय हर संभव कोशिश प्रोटोकॉल का पालन करेगी। अगर सरकार को संदेह है तो वह अपनी कार्यप्रणाली को निरीक्षण स्वरूप लगा सकती है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सिबतैन अहमद के साथ जिला कार्यालय सचिव साकिब रब्बानी, जिला कोषाध्यक्ष इकराम आलम, फार्बिसगंज प्रखंड अध्यक्ष खुर्शीद खान, अररिया प्रखंड अध्यक्ष परवेज आलम,फार्बिसगंज प्रखंड सचिव अजित सिन्हा मौजूद थे।