समाज के सभी वर्गों के स्वजातीय युवक-युवतियों का होगा आदर्श सामूहिक गौरव विवाह
जांजगीर-चांपा 12 अप्रैल 2023/:- समाज में दिखावे की संस्कृति एवं शादी-विवाह में अत्यधिक खर्च को कम कर बिना दहेज के स्वस्थ व उन्नतशील समाज की स्थापना और लोक कल्याण की दिशा में बेहतरीन पहल करने के उद्देश्य से “सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति” के द्वारा 22 अप्रैल अक्षय तृतीया (अक्ति) के शुभ अवसर पर सूर्यांश विद्यापीठ गौरव ग्राम सिवनीं (नैला) में आदर्श सामूहिक गौरव विवाह का आयोजन किया जा रहा है। इस सामूहिक विवाह से समाज के सभी वर्ग को आर्थिक बोझ से उऋण होकर पारिवारिक और सामाजिक उत्तरदायित्व एवं कर्तव्य निर्वहन में सहायता मिलेगी। आदर्श सामूहिक गौरव विवाह हेतु पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 अप्रैल निर्धारित किया गया है। इसके लिए वर-वधु के माता-पिता अथवा परिजन एक आवेदन पत्र व सहमति पत्र के आधार पर विवाह प्रभारियों के पास अथवा सूर्यांश प्रांगण में स्वयं उपस्थित होकर पंजीकरण करा सकते हैं।
आदर्श सामूहिक गौरव विवाह के संयोजक हरदेव टंडन ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया जन अक्षय तृतीया (अक्ति) के अवसर पर बहुतायत मात्रा में अपने बेटे-बेटियों का परंपरागत विवाह करते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए आदर्श सामूहिक गौरव विवाह का आयोजन किया गया है। “मुख्यमंत्री कन्या विवाह” योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा 2002 की सर्वे सूची में शामिल कन्या को मिलने वाले प्रोत्साहन राशि हेतु आवेदन पत्र भी आमंत्रित किया गया है ताकि जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को प्रेषित कर संबंधित परिवारों को योजना से लाभान्वित किया जा सके। इसी प्रकार आदर्श सामूहिक गौरव विवाह में सम्मिलित दिव्यांग जोड़ों का आवेदन पत्र भी समाज कल्याण विभाग के द्वारा मिलने वाले प्रोत्साहन राशि के लिए प्रेषित किया जाएगा। समाज के अधिक से अधिक परिवारों को इसका लाभ मिल सके इस हेतु सामूहिक विवाह का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने बताया कि सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव के अंतिम दिवस प्रत्येक वर्ष आदर्श सामूहिक गौरव विवाह का आयोजन किया जाता है। महामहोत्सव के सामूहिक विवाह में सम्मिलित नहीं हो पाने वाले समाज के सभी वर्गों के लिए इस सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें वर-वधू के विवाह का समस्त खर्च “सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति परिवार” के द्वारा वहन किया जाएगा। इस विवाह में अधिक से अधिक जोड़े को सम्मिलित कराने का लक्ष्य है। इस हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है।