आखिरकार भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम विकास अधिकारी जांच में पुष्टि होने के बाद हुआ निलंबित
अंबेडकरनगर में सरकारी धन गबन के मामले में ग्राम विकास अधिकारी मांडवी उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को जिला विकास अधिकारी यानी DDO वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मांडवी उपाध्याय ने अपनी तैनाती के दौरान कई गांवों में सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। करीब 48 लाख रुपए का गबन सामने आया है। जांच में पुष्टि होने के बाद मांडवी उपाध्याय को निलंबित किया गया है।DDO वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मांडवी उपाध्याय ने विकासखंड टांडा की ग्राम पंचायत जनार्दनपुर अमिया बावनपुर, पिपरी सैदपुर और मोहिद्दीनपुर में पंचायत भवन निर्माण 25 लाख से अधिक का धन गबन किया गया। इसके अलावा पूर्व तैनाती के विकासखंड टांडा के प्राथमिक विद्यालय आलमपुर धनोरा में 30 डेस्क बेंच के भुगतान के लिए 15 लाख 70 हजार रूपए आहरित किया गया था, जिसमें जांच के समय मात्र 15 डेस्क बेंच पाई गई, जिसके अनुसार 78 हजार 500 रुपए के गबन का मामला सामने आया। विकासखंड टांडा के उच्च प्राथमिक विद्यालय जनार्दनपुर में 20 लाख डेस्क बेंच के नाम पर आहरित करके आपूर्ति नहीं की गई।DDO ने बताया कि विकास खंड टांडा से विकासखंड जहांगीरगंज ट्रांसफर हो जाने के बाद अपनी पूर्व तैनाती की ग्राम पंचायतों का चार्ज न देकर शासकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी मांडवी उपाध्याय को दोषी पाया गया।