गुरुकुल में अन्तर-सदन ‘प्रतिभा खोज’ प्रतियोगिता आयोजित

गुरुकुल में अन्तर-सदन ‘प्रतिभा खोज’ प्रतियोगिता आयोजित।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
छात्रों ने कविता, नाटक, कोरियोग्राफी के शानदार प्रदर्शन से लूटी वाहवाही।
कुरुक्षेत्र, 24 मई : गुरुकुल में आज अन्तर-सदन ‘प्रतिभा खोज’ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें मेधावी, कुशाग्र, तेजस्वी और प्रगति चारों सदनों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिम्नेजियम हॉल में हुए इस भव्य कार्यक्रम में गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, वहीं निदेशक ब्रिगेडियर डॉ. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप एवं व्यवस्थापक रामनिवास आर्य विशेष रूप से पहुंचे और छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
कुशाग्र सदन के विद्यार्थियों ने अंधविश्वास पर कटाक्ष करते हुए बहुत ही सुन्दर नाटक प्रस्तुत किया और समाज में फैली बुराइयों को जड़ से खत्म करने का संदेश दिया। इसी प्रकार तेजस्वी सदन के बच्चों ने बुजुर्गों के सम्मान को समर्पित भाषण और वक्तव्य पेश किये। मेधावी तथा प्रगति सदन के छात्रों ने वर्तमान परिस्थितियों में ‘सोशल मीडिया’ और ‘पर्यावरण सुरक्षा’ पर बहुत ही मार्मिक नाटिका का मंचन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने संस्कृत, हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में कविताएं सुनाई और खूब वाहवाही लूटी। बच्चों द्वारा प्रस्तुत किये गये कार्यक्रमों का जिम्नेजियम हॉल में उपस्थित अध्यापक मंडल ने जमकर लुत्फ उठाया और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका हौसला भी बढ़ाया।
निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार ने कहा कि विद्यालय में बालसभा एक ऐसा मंच है जिससे बच्चे अपने अंदर छिपे टेलेंट को निखार सकते हैं, ऐसे कार्यक्रम में सभी छात्र भागीदारी करें, तभी इन कार्यक्रमों की सार्थकता है। उन्होंने छात्रों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों से दिये जागरूकता संदेश की प्रशंसा की।
प्रतियोगिता में मुख्य जज की भूमिका प्राचार्य सूबे प्रताप द्वारा निभाई गई, वहीं उनके साथ हिन्दी विभागाध्यक्ष कुलदीप मलिक, सहदेव शास्त्री, सामाजिक विज्ञान विभाग से दिनेश चौहान, बलवन्त सिंह भी अलग-अलग भाषाओं कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में शामिल रहे। मंच का सफल संचालन एनडीए के छात्र जितेन्द्र और नौवी के छात्र हर्षवर्धन द्वारा किया गया।