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*नैनो यूरिया के इस्तेमाल से फसल उत्पादन बेहतर लागत में कमी आए
सौरिख किसानों को ज्यादा से ज्यादा नैनो यूरिया का प्रयोग करना चाहिए नैनो यूरिया से कम लागत में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं यह बात किसान सहकारी समिति में आयोजित एक कार्यक्रम में विधायक कैलाश राजपूत ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कही।
इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड द्वारा आयोजित गोष्ठी में किसानों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश राजपूत ने कहा कि नैनो तकनीक पूर्णतया स्वदेशी है।इसके इस्तेमाल से कम लागत में किसान फसलों से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं इससे इस्तेमाल से फसलों की बेहतर पैदावार होगी और जमीन की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी।इफ्को के एरिया मैनेजर डाक्टर मान सिंह ने बताया कि नैनो यूरिया का छिड़काव करने से पौधों द्वारा 80-90 प्रतिशत भाग पत्तियों द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है जबकि दानेदार यूरिया आधी बेकार चली जाती है।इफ्को ने नैनो यूरिया और डीएपी कम लागत में तैयार की है और इसका भण्डारण व परिवहन भी आसान है।जिला पंचायत सदस्य पंकज राजपूत ने किसानों से कहा कि किसान भाइयों को मिट्टी की जांच कराकर फसलें तैयार करनी चाहिए और वैज्ञानिक विधि से खेती कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है नैनो यूरिया और डीएपी के प्रयोग से फसलों की लागत में कमी आएगी इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।इस मौके पर अरविंद सिंह चौहान, सुखवीर सिंह, कोआपरेटिव बैंक के शाखा प्रबंधक सौरभ कुमार डाक्टर विनोद दोहरे समेत तमाम किसान मौजूद रहे।