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रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द,छुट्टी में कटौती को लेकर शिक्षकों ने किया जबर्दस्त विरोध,पत्र जलाया
रिपोर्ट मोहम्मद आसिफ अता
हाजीपुर/ महुआ(वैशाली) रक्षाबंधन, तीज, जीवित पुत्रीका व्रत की छुट्टियों को अचानक समाप्त करने एवं महापर्व छठ की छुट्टियों में भारी कटौती को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ प्रखंड इकाई महुआ ने प्रखंड संसाधन केंद्र महुआ के परिसर में रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द करने एवं अन्य पर्वों में छुट्टी कम करने वाले पत्र को प्रति जलाकर जोरदार विरोध दर्ज किया। इस अवसर पर संघ के जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि बड़ा आश्चर्य है किसी भी विभाग की छुट्टी गजट के माध्यम से निकलती है जिस पर राज्यपाल की स्वीकृति होती है और इससे संबंधित पत्र सरकार के सचिव/उपसचिव निकालते हैं। ताजा मामले में बिहार राज्यपाल के आदेश से सरकार के उपसचिव 29 तारीख को रक्षाबंधन के लिए स्वीकृत 30 तारीख की छुट्टी को 31 तारीख के अवकाश के लिए पत्र निकालते हैं।ठीक उसी दिन माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक रक्षाबंधन की छुट्टी रद्द करते हैं एवं आने वाले कई पर्वों के अवकाश को रद्द करते हुए नए नियम बनाते हैं।विभाग दिगभ्रमित है।शिक्षकों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे किस नियम पर चलें और कौन नियम वैधानिक है। सरकार के द्वारा बनाए गए नियम वैधानिक हैं या पदाधिकारी के द्वारा बनाए गए नियम। हालत यह है वैशाली जिले में 2 दिन पहले चिट्ठी निकलती है रक्षाबंधन का अवकाश 31 तारीख को है फिर चिट्ठी निकलती है रक्षाबंधन का अवकाश रद्द है।छुट्टी रद्द करने के पीछे जो तर्क दिया जा रहा है वह बिल्कुल गलत है। पत्र के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में 200 दिन कक्षा चलना अनिवार्य है जबकि वर्तमान समय में कक्षा 230 दिनों के आसपास चलाया जा रहा है।पर्व- त्योहार की छुट्टी को रद्द कर केवल शिक्षकों को ही मानसिक रूप से प्रताड़ित नहीं किया जा रहा है बल्कि सांस्कृतिक विरासत से बच्चों को दूर रखने एवं बाल अधिकारों का हनन भी किया जा रहा है। पर्व त्योहार में बिना बच्चों की उपस्थिति का खुला विद्यालय क्या संदेश देगा इस पर थोथी दलील देने वाले के साथ-साथ सब सभ्य समाज के सभी नागरिकों को गंभीरता से विचार करना चाहिए। संघ स्पष्ट रूप से मांग करता है गलत क्या है सही क्या है सरकार एक उच्च स्तरीय समिति बनाकर इसकी जांच करे। आने वाले दिनों में संघ पूरी शक्ति से आंदोलन के रूप में इसे उठाएगा। प्रखंड अध्यक्ष अशर्फी दास ने सरकार से उस पत्र को अविलंब वापस लेने की मांग किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष अशर्फी दास ने किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा, अमित कुमार, अनिल कुमार प्रभाकर, शिवनाथ कुमार, सकिंदर कुमार, रविंद्र कुमार भारती, मोहम्मद दिलशेर, मोहम्मद आशिक, सविता कुमारी, अरविंद कुमार, आमोद पासवान,रेखा कुमारी, किरण कुमारी, मंजू कुमारी, रेणु कुमारी, के अलावा दर्जनों शिक्षक शिक्षिका उपस्थित थे।
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