सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के लिए गंभीर समस्या : डॉ. आशीष अनेजा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र हेल्थ सेंटर के एडमिनिस्ट्रेटर, गैपियो सदस्य, आर एस एस डी आई मेंबर एवं मैडिकल आफिसर डॉ. आशीष अनेजा के द्वारा , बदलते हुए मौसम और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता अभियान के तहत वुमैन रिसर्च स्टडी सेंटर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं श्री जयप्रकाश नारायण स्वास्थ्य केंद्र कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वाधान में शहर की भट्टा कालोनी में निशुल्क कैंप का आयोजन किया गया। कैंप के मुख्य अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति, माननीय प्रोफेसर डॉ. सोमनाथ सचदेवा रहे व उनकी धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा के कर कमलों के द्वारा कैंप की शुरुआत हुई। डॉ. अनेजा के अनुसार सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा के अस्तर में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है। गर्भाशय ग्रीवा महिला प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है और गर्भ के निचले हिस्से में स्थित है, जो गर्भ से योनि तक खुलती है। इस कैंसर को बच्चेदानी के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। सर्वाइकल कैंसर सभी कैंसरों में चौथे स्थान पर है और वर्तमान में इस बीमारी से हर 2 मिनट में एक व्यक्ति की जान चली जाती है। महत्वपूर्ण रूप से, यह 42 देशों में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरणों में आमतौर पर लक्षण शामिल नहीं होते हैं और इसका पता लगाना मुश्किल होता है। सर्वाइकल कैंसर के पहले लक्षणों को विकसित होने में कई साल लग सकते हैं। स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान के अंतर्राष्ट्रीय संघ फिगो ने गर्भाशय सर्वाइकल के कैंसर के चरणों की पुष्टि की है। सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर भी इससे होने वाले दुष्परिणामों से बचा जा सकता है। फलों और सब्जियों से भरपूर आहार का सेवन, नियमित व्यायाम और धूम्रपान छोड़ने से इस कैंसर के होने की संभावना कम हो सकती है। इसके अतिरिक्त सबसे महत्वपूर्ण चीजें कर सकते हैं, वे हैं एचपीवी के खिलाफ टीका लगवाना, नियमित स्क्रीनिंग टेस्ट कराना और अगर आपके स्क्रीनिंग टेस्ट के परिणाम सामान्य नहीं हैं तो डॉक्टर के पास जाकर उचित सलाह लें। वैसे तो डॉ. अनेजा समय-समय पर इस तरह के कैंप का आयोजन करते रहते हैं, लेकिन इस समय मौसम बदल रहा है जिस कारण मरीजों को बुखार उल्टी सर दर्द खांसी और जुकाम जैसी बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। कैंप में लगभग 240 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। कैंप के दौरान कई जरूरी टेस्ट जैसे-शुगर, ब्लड प्रेशर, बीएमडी, सिप्रोमेंट्री ईसीजी थायराइड निशुल्क किए गए। डॉ. अनेजा ने मरीजों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत करते हुए बताया कि हमें कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए, जिससे हमारा स्वास्थ्य सही रह सके, जैसे -बाहरी खानपान की वस्तुओं का इस्तेमाल ना करना, तली और ज्यादा भुनी हुई सब्जियां ना खाना, साफ साफ सुथरे वस्त्र पहनना और अपने हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान देना इत्यादि, इसके अतिरिक्त डॉ. अनेजा ने कहा कि प्रायः देखा गया है कि इलाज से परहेज़ अच्छा होता है। इस अवसर पर डॉ. श्री विनोद कुमार व डॉ.आरती ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंत में डॉ. अनेजा ने मुख्य अतिथि एवं अन्य सभी आगंतुकों का तहे दिल से धन्यवाद किया।