जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा भारतीय कांग्रेस का141वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता )
बरेली : जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 141वां स्थापना दिवस उपजा प्रेस क्लब, नॉवेल्टी चौराहा के पास हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष असफाक सक्लेनी ने कहा कि आज का दिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। देश को आज़ादी दिलाने से लेकर उसे प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में कांग्रेस पार्टी का ऐतिहासिक योगदान रहा है। हमारे पूर्वजों ने देश की आज़ादी के लिए जो संघर्ष और बलिदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को एकजुट होकर पार्टी को पुनः सत्ता में लाने के लिए मेहनत करनी होगी, क्योंकि कांग्रेस ही देश को विश्व का एक सशक्त और अग्रणी राष्ट्र बना सकती है।
महानगर अध्यक्ष दिनेश दद्दा ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है। जब-जब देश में कांग्रेस की सरकार रही, तब-तब हर वर्ग खुशहाल रहा। हमारे पूर्वज नेताओं ने देश के लिए जो संघर्ष किया है, उससे हमें निरंतर प्रेरणा मिलती है और देश को आगे बढ़ाने का जज़्बा पैदा होता है।
कार्यकर्म में प्रोफेसर यसपाल सिंह नें 1885 से आज तक के कांग्रेस इतिहास के बारे मे कर्ताओ को बताया ।
कार्यक्रम में के बी त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के ऐसे अनेक नेता रहे हैं जिन्होंने देश की आवश्यकता पड़ने पर अपनी निजी संपत्ति तक देश को समर्पित कर दी। ऐसा त्याग और बलिदान किसी अन्य राजनीतिक पार्टी में देखने को नहीं मिलता। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी देश की आत्मा से जुड़ी हुई पार्टी है। तथा संचालन पंडित राज शर्मा नें किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे और सभी ने पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया।मुख्यरूप से प्रेम प्रकाश अग्रवाल पंडित राज शर्मा, प्रो. यशपाल सिंह,के. के शर्मा, डॉ हरीश गंगवार, महेंद्र पाल गंगवार,रमेश श्रीवास्तव, मुकेश वाल्मीकि, प्रवीण मिश्रा, अनिलदेव शर्मा,सुरेंद्र सोनकर, एड. पूनम दीप सिंह, डॉ बीना जायसवाल, आशीष रुस्तम, एड. मोबीन अंसारी, अमित कश्यप, मोहमद ज़की, जोया नजमा खान, विनोद कुमार, उल्फत कटेरिया, देवेंद्र प्रकाश श्रीवास्तव,डॉ सरताज हुसैन नूरी, रफत आलम,मोहमद अकरम, जीतेन्द्र बाबू, मनोज कुमार घोष, पूजा भास्कर, सतीश चंद्रा, मुजम्मिल हुसैन एवं मोबिन कुरैशी आदि ने विचार व्यक्त किये।




