अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में डाॅ. शमशेर जमदग्नि सम्मानित

नई दिल्ली, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 22 दिसंबर : सर्वविदित है कि भारतीय संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना पर आधारित है एवं विश्व कल्याण की कामना करती है। यही कारण है कि भारत के संविधान में अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं विश्व कल्याण के सम्बन्ध में विशिष्ट प्रावधान किए गए हैं। भारतीय संस्कृति एवं भारतीय संविधान के इसी मूल आदर्श के अनुसार विगत दिनांक 21 दिसम्बर 2025 को संविधान क्लब, नई दिल्ली में ‘अन्तर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता पुरस्कार-2025’ समारोह का विधिवत आयोजन किया गया।
भारतमातरम राष्ट्रपीठ, नई दिल्ली के सूत्रधार – डाॅ. शमशेर जमदग्नि (अपर आयुक्त), भारतवादी साहित्यकार, नई दिल्ली को इस महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में भारतीय समाज में उनके सांस्कृतिक एवं साहित्यिक योगदान के लिए विशिष्ट तौर पर सम्मानित किया गया। सम्प्रति वैश्विक सम्मान समारोह की प्रमुख विशिष्टता यह रही कि इसमें भारत सहित विश्व के अनेक राष्ट्रों के ख्यातिलब्ध व्यक्तित्वों को ‘अन्तर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता पुरस्कार- 2025’ प्रदान किए गए।
उल्लेखनीय है कि सम्प्रति अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में भारत सहित विश्व के अनेक राष्ट्रों के सुप्रसिद्ध महापुरुषों, जिनमें प्रमुख हैं – न्यायमूर्ति श्री राजेश कुमार टण्डन, भूतपूर्व न्यायाधीश, मा- उच्च न्यायालय, उत्तराखण्ड, श्री योगेश कुमार, संस्थापक अध्यक्ष, सुकरात सामाजिक अनुसन्धान विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, प्रो. पी. के. साहू, भूतपूर्व कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश, प्रो. निरंजन कुमार, अधिष्ठाता, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली एवं श्री पी. के. सहगल, सुप्रसिद्ध रक्षा विशेषज्ञ, भारत आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही। ‘अन्तर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता पुरस्कार- 2025’ समारोह में डाॅ. शमशेर जमदग्नि, भारतवादी साहित्यकार, नई दिल्ली।




