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देहरादून: उत्तराखंड में मार्च 2023 के बाद से घरों में पुराने बिजली के मीटर के स्थान पर नए स्मार्ट मीटर लगने शुरू हो जाएंगे। इसके बाद न मीटर रीडिंग की टेंशन रहेगी न ही बिल भुगतान को लेकर लाइन में लगने की। स्मार्ट मीटर में प्रीपेड मीटर जैसी व्यवस्था होने के बावजूद रात के समय और यहां तक की सार्वजनिक अवकाश वाले दिन भी पावर कट नहीं होगा। भले ही प्रीपेड व्यवस्था में पैसे न हों। वहीं, पहाड़ी जिलों के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को स्मार्ट मीटर से मुक्ति दी गई है। उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में पुराने मीटर की व्यवस्था ही चलती रहेगी।
केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत उत्तराखंड में 16 लाख नए स्मार्ट मीटर लगने हैं। इन स्मार्ट मीटर में प्रीपेड मीटर जैसी व्यवस्था भी रहेगी। इसके बाद ऊर्जा निगम को बिजली भुगतान को लेकर उपभोक्ताओं के चक्कर नहीं काटने होंगे। जैसे ही प्रीपेड मीटर के रूप में आपके नए स्मार्ट मीटर में रिचार्ज खत्म होगा, बिजली अपने आप कट जाएगी। इस सिस्टम में उपभोक्ताओं के लिए राहत की भी व्यवस्था की गई है। इस राहत के तहत रात के समय रिचार्ज खत्म होने पर पावर कट नहीं होगा।
यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि नए स्मार्ट मीटर को लेकर यूपीसीएल की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ये पूरी हो जाएगी। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि मार्च 2023 से नए स्मार्ट मीटर लगने शुरू हो जाएं।