कलयुग में अत्यंत दुर्लभ है भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता : आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज
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कलयुग में अत्यंत दुर्लभ है भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता : आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 9416191877
वृन्दावन : रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में गौसेवा परिवार, सीतारामप्यारी सोभासरिया चैरिटेबल ट्रस्ट (कलकत्ता) के तत्वावधान में चल रहा सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।
महोत्सव के सातवें दिन व्यास पीठ से श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण जी महाराज ने सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को सुदामा चरित्र, दत्तात्रेय महाराज के द्वारा बनाए गए चौबीस गुरुओं का प्रसंग एवं परीक्षित मोक्ष की कथा श्रवण कराई।
व्यासपीठाधीन श्रद्धेय आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने सुदामा चरित्र की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि कलयुग में भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता अत्यंत दुर्लभ है। ब्रह्मज्ञानी सुदामा ने दरिद्रता की सीमा पर जीवन व्यतीत करते हुए भी परब्रह्म परमात्मा से कुछ भी नहीं मांगा।परन्तु मित्रता निभाते हुए श्रीकृष्ण ने उन्हें तीनों लोक सौंप दिए। यही सच्ची मित्रता की पराकाष्ठा है।
श्रद्धेय आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने कहा कि मानव जीवन में सत्संग का बड़ा ही महत्व है। भागवत रूपी नौका में बैठकर जो भी प्राणी सत्संग का आश्रय लेता है, वो निश्चित ही संसार रूपी भवसागर से पार हो जाता है। इसके श्रवण मात्र से मानव के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।भगवान की भक्ति से ही जीव का कल्याण होता है।साथ ही जन्म व मृत्यु के भय का नाश हो जाता है।
महोत्सव के पधारे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय (I.P.S.), ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, एडवोकेट, मथुरा-वृंदावन नगर निगम के उप सभापति मुकेश सारस्वत, प्रख्यात भजन गायक बनवारी महाराज आदि ने कथा व्यास आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज का उनके द्वारा धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में की गई अविस्मरणीय सेवाओं के लिए सम्मान किया गया।
महाराजश्री ने शैलेश कुमार पाण्डेय (I.P.S.) को पुलिस उप-महानिरीक्षक पद पर पदोन्नत होने पर बहुत-बहुत बधाई दी। साथ ही ठाकुर बांके बिहारी महाराज से उनके स्वस्थ, सुखद और समृद्ध भविष्य की कामना की।
महोत्सव का समापन फूलों द्वारा खेली गई भव्य होली के साथ हुआ। जिसमें महाराजश्री द्वारा होली के भजनों और रसियाओं का संगीतमय गायन किया गया।जिन पर देश-विदेश से आए असंख्य भक्तों-श्रृद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।
इस अवसर पर आयोजन के मुख्य यजमान रमेश कुमार शोभासरिया, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, पंडित उमाशंकर मिश्रा एवं डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।