कड़ी मेहनत, धैर्य और जज्बे से किसी भी विकट आपदा का किया जा सकता है सामना : विश्राम कुमार मीणा

जल प्रभावित क्षेत्रों में आमजन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है प्रशासनिक अधिकारी। मारकंडा नदी एवं इसकी सहायक नदियों में घट रहा है जल स्तर, लोगों को धैर्य से काम लेने की जरूरत।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 7 सिंतबर : उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि लगातार भारी बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले पानी के कारण शाहबाद व अन्य क्षेत्रों में जहां नदियां और नाले उफान पर थें वहीं बाढ़ से प्रभावित लोगों ने हिम्मत ना हारते हुए कड़ी मेहनत मशक्कत, धैर्य और जज्बे के साथ लोगों की सहायता भी की है। इतना ही नहीं इन प्रभावित क्षेत्रों के आम नागरिकों के साथ प्रशासनिक अधिकारी कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहे है। उन्होंने कहा कि इस तरह के जज्बे के साथ हम किसी भी विकट आपदा से निपटा जा सकता है।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि लगातार भारी बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले पानी के कारण मारकंडा के जरिए शाहबाद और पिहोवा के दर्जनों गांव प्रभावित हुए है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में मारकंडा नदी एवं इसकी सहायक नदियों (मुलाना, जलबेहडा, झांसा) में जलस्तर में वृद्धि के कारण किसानों एवं आमजन को बाढ़ की आशंका रही। प्रशासन द्वारा इन क्षेत्रों पर नजर रखने और लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की 24 घंटे के लिए डयूटी लगाई है।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए कहा कि मुलाना स्थल पर जल-प्रवाह 31,744 क्यूसिक (05.09.2025 प्रात:) से घटकर 21,992 क्यूसैक (06.09.2025 सायं) तक आ गया है। शाहाबाद (जीटी रोड) पर प्रवाह 35,158 क्यूसिक (05.09.2025 प्रात:) से घटकर 22,143 क्यसिक (06.09.2025 सायं) पर पहुँच गया है। झांसा एवं जलबेहडा दोनों स्थलों पर भी प्रवाह में गिरावट दर्ज की गई है। बाढ़ का दबाव अब धीरे-धीरे कम हो रहा है और नदी का जलस्तर उतर रहा है।
उपायुक्त ने किसानों एवं ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि खेतों व आवासीय क्षेत्रों में अभी भी जमा पानी के प्रति सतर्क रहें। कृषि कार्य आरम्भ करने से पहले राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों से परामर्श लें, प्रशासन द्वारा घोषित निर्देशों व चेतावनियों का पालन करें। जिला प्रशासन सभी विकास खंडों में गश्त एवं निगरानी जारी रखे हुए है, राहत एवं बचाव दल पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि अब स्थिति नियंत्रण में है तथा जल-स्तर निरंतर गिर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में पशुपालन विभाग की तरफ से चारा और दवाईयां गांव-गांव जाकर दी जा रही है,बकायदा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, इसी तरह स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच चुकी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस आपदा के समय सभी प्रशासन का सहयोग करे और प्रशासन लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएगा। इस समय लोगों को जरा सी भी घबराने की जरूरत नहीं है, सभी को धैर्य के साथ काम करना होगा।