श्रीमद्भगवद्गीता मनुष्य को कराती कर्तव्य का बोध : शाश्वतानंद गिरि।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
अखंड गीता पीठ शाश्वत सेवाश्रम में गीता प्रवचनों का 14 वां दिन।
कुरुक्षेत्र, 8 अगस्त : अखंड गीतापीठ शाश्वत सेवाश्रम परिसर में चल रहे सम्पूर्ण गीता प्रवचन अनुष्ठान के 14 वें दिन सोमवार सायं गीता के दूसरे अध्याय के 53 से 62 वें श्लोकों तक विस्तारपूर्वक व्याख्यान दिया गया। आश्रम प्रवक्ता डॉ.पुनित कुमार एवं संत कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में सफीदों (जींद) से समाजसेवी रामकरण,प्रेरणा संस्था कुरुक्षेत्र के संस्थापक डॉ.जय भगवान सिंगला ने को महामंडलेश्वर डॉ.शाश्वातानंद गिरि जी महाराज ने आशीर्वाद देकर सम्मानित किया। मंच पर दोनों अतिथियों ने आज के परिपेक्ष्य में गीता की उपयोगिता पर संक्षेप में व्याख्यान दिया।श्रीमद्भगवद्गीता प्रवचनों में डॉ.शाश्वातानंद गिरि ने कहा कि श्रीमद्भगवद् गीता में भी भगवान कृष्ण ने निस्वार्थ कर्मप्रेमी को वरीयता दी है। उन्होंने अर्जुन को फल की कामना किए बिना कर्तव्य पथ पर अडिग रहने की सीख दी। उन्होनें उदाहरण देकर समझाने का प्रयास किया कि जब कोई व्यक्ति अपने घर कार्यालय अथवा समाज को तपोभूमि मानकर फल प्राप्ति की इच्छा के बिना अपना कर्म करता है, तभी वह सच्चा कर्तव्य तपस्वी बनता है। प्रवचनों में आगे बोलते हुए महाराजश्री ने कहा कि कर्तव्य बोध का जागरण आत्मा की आवाज अथवा अन्य कर्तव्य परायण व्यक्ति से प्रभावित होकर भी होता है। सच्चा कर्तव्य परायण वही व्यक्ति हो सकता है जिसमें महर्षि दधीचि और स्वामी विवेकानंद जैसी समाजसेवी भावनाएं अंतर्निहित हो। एक परिवार स्वस्थ समृद्ध एवं संपन्न तभी होगा जब उसके अधिकतम सदस्यों में कर्तव्य का बोध हो। इसी प्रकार एक समाज का उत्थान तभी संभव है, जब उस समाज के अधिकतम पुरुष एवं महिलाएं कर्तव्य को अपना जीवन आधार माने। इसी प्रकार एक राष्ट्र विश्व पटल पर एक सशक्त एवं समृद्ध राष्ट्र का रूप तभी ले सकता है जब वहां के लोग निस्वार्थ भाव से कर्तव्य पथ पर अडिग हों और सभी धर्मों के व्यक्ति कर्तव्य बोध से सराबोर हों। कार्यक्रम में आयोजन समिति सदस्य एवं भाजपा की प्रदेश पूर्व प्रवक्ता डॉ. शकुन्तला शर्मा,श्वेता दीदी,कुसुम सैनी,परीक्षित कौशिक, नारायण सिंह,मुकुल शरण,विजयकुमार,भूपेन्द्र धर्माणी, प्रेम नारायण शुक्ल, मन्नु दत्त कौशिक, गो सेवक सतपाल शेरा,मास्टर कृपाल सिंह, शिव कुमार कोलापुर, बलदेव सैनी,पवन भारद्वाज,शिव शंकर शास्त्री,भूपेन्द्र शर्मा,विष्णु दत्त,इन्दु शर्मा,ऊषा रानी, मीना शर्मा,कुसुम चौहान, नीलम रानी, सुनीता , परमजीत कौर, दर्शना, सुलोचना, प्रकाश रानी, बिमला,राज रानी, विवेकआन्नद,सतपाल शर्मा,जयपाल मलिक, आनंद कुमार, सुभाष, राजेन्द्र,सुरेन्द्र गुप्ता,आर डी शर्मा,जय प्रकाश, सुरेश कुमार और मुकेश मित्तल आदि उपस्थित रहे।