गर्भपात करने वाले 2 गैर पंजीकृत निजी अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी : नेहा सिंह

गर्भपात करने वाले 2 गैर पंजीकृत निजी अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी : नेहा सिंह
पंजीकृत और गैर पंजीकृत अस्पतालों में होने वाले गर्भपात के केसों की होगी जांच, जून 2025 तक जिले के लिंगानुपात में हुआ सुधार।
आंकड़ा पहुंचा 930 पर, वर्ष 2025 में स्वास्थ्य विभाग ने की 5 रेड, 11 लोगों को किया गिरफ्तार।
बार-बार गर्भपात करवाने वाली महिलाओं की सूची तैयार,उपायुक्त ने कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों में संलप्ति लोग होंगे सलाखों के पीछे।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 16 जुलाई : उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में गैर कानूनी तरीके से गर्भपात करने वाले 2 गैर पंजीकृत निजी अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। अगर किसी स्तर पर अस्पतालों के संचालकों ने कानून की अवहेलना की है तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अस्पताल संचालकों के खिलाफ सीधा एफआईआर दर्ज करवाए। इतना ही नहीं पंजीकृत और गैर पंजीकृत अस्पतालों में हुए गर्भपात के मामलों की जांच करने के भी निर्देश दिए है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र जिले में बेटियां होने के बाद बार-बार गर्भपात करवाने वाली महिलाओं को भी चिन्हित कर लिया गया है।
उपायुक्त नेहा सिंह बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आयोजित एक बैठक को सम्बोधित कर रही थी। इससे पहले डिप्टी सीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा. रमेश सभ्रवाल ने कुरुक्षेत्र जिले में वर्ष 2021 से लेकर वर्ष 2025 तक लिंगानुपात की रिपोर्ट पर प्रकाश डाला और आंकड़े प्रस्तुत किए कि वर्ष 2021 में लिंगानुपात 921, वर्ष 2022 में 893, वर्ष 2023 में 906, वर्ष 2024 में 913 और जून 2025 तक लिंगानुपात का आंकड़ा 930 है। इसके साथ ही कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास अधिकारी बलजीत कौर ने हर गांव के सर्वे के बाद गर्भवती महिलाओं को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है और इस रिपोर्ट को बैठक में रखा और विस्तार से चर्चा भी की। इन आंकड़ों के अनुसार कुरुक्षेत्र में 8 हजार महिलाएं गर्भवती है।
उपायुक्त नेहा सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त आदेश देते हुए कहा कि फीडबैक के अनुसार पंजीकृत और गैर पंजीकृत अस्पतालों में महिलाएं मेडिकल ग्राउंड पर गर्भपात करवा रही है और 100 से ज्यादा ऐसी महिलाएं है जिनकी एक या 2 बेटियां है और वह गर्भपात करवा चुकी है। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इन सभी केसों की जांच करने और कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिए है। इसके साथ ही रिपोर्ट के अनुसार जिन 2 गैर पंजीकृत निजी अस्पतालों ने महिलाओं के गर्भपात किए है, इन दोनों निजी अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि जिले में कन्या भ्रूण हत्या में संलप्ति लोगों की भी पहचान कर ली गई है। इन लोगों पर प्रशासन की कड़ी निगाहें होंगी, इन सभी लोगों को जल्द ही सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि भविष्य में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गठित टीम ईमानदारी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करेगी ताकि किसी स्तर पर कोई कमी ना रहे और तमाम औपचारिकताओं को पूरा करके कानूनी कार्रवाई की जा सके। जिन केसों में एफआईआर दर्ज है, उन केसों की अच्छी तरह से पैरवी की जाए ताकि अपराधी जेल से छूट ना पाए और कानून के अनुसार अपराधियों को सजा मिल सके। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नीतिका भारद्वाज, डीएसपी रोहताश, डिप्टी सीएमओ डा.रमेश सभ्रवाल, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी बलजीत कौर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
स्वास्थ्य विभाग ने 3 जगह की छापेमारी, 11 हुए गिरफ्तार
डिप्टी सीएमओ डा. रमेश सभ्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने वर्ष 2025 के जून माह तक 5 छापेमारी की जिसमें 3 छापेमारी जिले से बाहर और 2 छापेमारी जिले के अंदर की है। इस छापेमारी के दौरान पीएनडीटी एक्ट के तहत 4 एफआईआर और एमटीपी एक्ट के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है। इन 5 एफआईआर में 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।