मैं तो करके नै हार श्रृंगार, गई सजन के पास

मैं तो करके नै हार श्रृंगार, गई सजन के पास…….
रत्नावली में घूमा हरियाणवी घाघरा
सोलो डांस फीमेल प्रतियोगिता में छात्राओं ने बांधा समा।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 29 अक्टूबर : मैं तो करके नै हार श्रृंगार, गई सजन के पास……., सपना दैख्या मैने मेरी सगाई थी, टोकनी पीत्तल की मैं तो पानी भरण ने आई आदि लोक गीतों पर रत्नावली महोत्सव में हरियाणवी घाघरा खूब घूमा। तालियों की गडगडाहट के साथ दर्शकांे ने युवा कलाकारों का हौंसला बढ़ाया। रत्नावली उत्सव के दूसरे आडिटोरियम हॉल में सोलो डांस फीमेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें भिन्न-भिन्न कॉलेजों की टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता की शुरूआत पहली प्रतिभागी टीम चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद ने चाल पड़ी पनहारी पानी लेवन से हुई। इसके बाद गुरुनानक गर्ल्स, कॉलेज, यमुनानगर की छात्रा ने चाल्ला री मेरा बालम चाल्ला री पर अपनी अद्भुत लयबद्ध प्रस्तुति से मंच को जीवंत कर दिया। एनआईएलएम यूनिवर्सिटी कैथल की प्रस्तुति मैं छम-छम करती ऐ छोरे नांचू गाउंगी ने जोश भर दिया। एमडीएसडी कॉलेज अम्बाला की प्रस्तुति ना जा पिया तू ना जा रही। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की प्रस्तुति मैं तो करके ने हार श्रृंगार गई सजन के पास पर पारंपरिक हरियाणवी दुल्हन के रूप में मनमोहक नृत्य पेश किया गया। एसडी पीजी कॉलेज पानीपत ने सपना देख्या मैने मेरी सगाई पर प्रस्तुति दी।
युवा कलाकारों द्वारा हरियाणवी लोक गीतों पर दी गई प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। रत्नावली समारोह में दूसरे दिन सोलो डांस प्रतियोगिता आकर्षण का केन्द्र रही।




