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बेटियों को अच्छे संस्कार देना परिवार का दायित्व : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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बच्चों के शादी शुदा जीवन में बेवजह दखलअंदाजी उचित नहीं।
कुरुक्षेत्र, 19 अप्रैल : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने धर्म प्रचार कार्यक्रम के अंतर्गत कहा कि आज समाज में बढ़ रहे पारिवारिक कलह और रिश्तों में पड़ रही दरार एक आम सी बात होती जा रही है। जो हमारे समाज के लिए विचारणीय और चिंता का विषय है। इस पर चर्चा करते हुए महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि हमारे समाज में आज शादी के बाद रिश्तों में खटास आ रही है। तलाक और दहेज को लेकर हर रोज कोई न कोई परिवार बिखर रहा है।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर रिश्ते बच्चों में संस्कारों की कमी और परिवारों में विशेषकर औरतों का अपने बच्चों के शादी शुदा जीवन में बेवजह दखलअंदाजी करना है। विडंबना यह है कि पहले शादी ब्याह एक फंक्शन नहीं दो परिवारों का आपस में मेल होता था। जिसमे रिश्तेदार, सगे संबंधी सब मिलजुल कर शादी करवाते थे और मां बेटी को शिक्षा देती थी, बेटी अब ससुराल ही तेरा घर है यही तेरे माता पिता हैं। कई औरतें यहां तक समझाती थी कि अब आगे का जीवन सांसारिक यात्रा पूरी होने तक किसी भी हाल में ससुराल में ही रहना है। ये हमारे संस्कार होते थे, परंतु आज हर मां बाप अपनी बेटी का भाग्य खुद लिखना चाहता हैं। आधुनिक होना अच्छी बात है परंतु इस आधुनिकता में आकर दामाद को दामाद न समझना, ससुराल पक्ष को नीचा दिखाना, बेटी ये काम नही करेगी। जेठ, ससुर व देवर के ये समाप्त होते रिश्ते बहुत ही चिंतनीय विषय है।बेटी को यह सीखना भी गलत है कि सिर्फ पति का ख्याल रखना उससे मतलब रखना है। परिवार में जरा सी तकरार जो स्वाभाविक है। उस पर पितृ पक्ष का आ जाना ये सब भी आज के दौर में रिश्तों को खत्म करते जा रहे है।
महंत राजेंद्र पुरी ने बच्चों को अच्छे संस्कार देने की अपील करते हुए कहा कि हमें भारतीय परंपरा के अनुसार संस्कार बच्चों को दिए जाने चाहिए।
भगत शिरोमणि धन्ना भगत जयंती आज
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि 20 अप्रैल को जग ज्योति दरबार में भगत शिरोमणि धन्ना भगत की जयंती धूमधाम मनाई जाएगी। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।