दीपोत्सव से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों की रोशनी पहुंचेगी विश्व के हर जनमानस तक: नायब सिंह सैनी

सन्निहित सरोवर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने मंत्रोच्चारण के बीच किया दीपदान, सन्निहित सरोवर पर रोशन किए गए हजारों दीपक।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 पर दीपदान कर मुख्यमंत्री ने निभाई परंपरा।
कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 1 दिसंबर : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्राचीन एवं ऐतिहासिक सन्निहित सरोवर के तट पर गीता जयंती के दिन दीपोत्सव मनाना एक गौरव का विषय है। इस दीपोत्सव से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों की रोशनी विश्व के हर जनमानस तक पहुंचेंगी। इससे हर मानव का जीवन अलौकिक और विकसित होगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोमवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में सन्निहित सरोवर पर दीपदान करने उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता जयंती के पावन पर्व पर मंत्रौच्चारण और शंखनाद की ध्वनि के बीच सन्निहित सरोवर में दीपदान किया। इस दीपदान कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह का शहर की विभिन्न समाज सेवी एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के नेतृत्व में वेद मंत्रौच्चारण के बीच पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और उन्हें सम्मान स्वरुप शॉल भेंटकर सम्मानित किया। संस्थाओं की ओर से हरियाणा के पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद तथा पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा को शॉल भेंटकर के सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज कुरूक्षेत्र, हम सबके ही नहीं, अपितू सारी दुनियां के लिए गौरव का दिन है। भगवान श्री कृष्ण ने अपने मुख से हमें गीता के उपदेश दिए है। आज हम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव बहुत ही खुशी व हर्षोउल्लास के साथ मना रहे है। भगवान कृष्ण की गीता से आपका जीवन अलौकिक एवं विकसित होगा। उन्होंने दीपदान कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए संस्थाओं के पदाधिकारियों को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने सन्निहित सरोवर के तट पर हजारों दीपक रोशन करने पर विभिन्न संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी। इस मौके पर चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, चेयरमैन जयसिंह पाल, उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, जिप चेयरमैन कंवलजीत कौर, उपाध्यक्ष डीपी चौधरी, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन संजय बठला, नप की पूर्व अध्यक्षा उमा सुधा, केडीबी सदस्य विजय नरुला, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, सौरभ चौधरी, सैनी समाज सभा के प्रधान गुरनाम सैनी, हरमेश सिंह सैनी, सोहन लाल रामगढ़, प्रदीप झांब, सुशील राणा, डा. अलकेश मोदगिल, राजेश शांडिल्य, डा. संदीप छाबड़ा, गुरदयाल सुनहेड़ी, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।




