स्लग- वन कर्मियों की सुरक्षा के लिए नया कदम
रिपोर्ट- जफर अंसारी
स्थान- हल्द्वानी
एंकर : वन्य जीवो के रेशक्यू ऑपरेशन के दौरान हमले में कई बार वन कर्मचारी घायल हो जाने या फिर मानसून के दिनों में जंगल में गश्त करते समय तस्करों के हमले की घटनाओ से अब वन कर्मियों को फारेस्ट किट सुरक्षा प्रदान करेगी, हेवी मेटल से बनी यह किट इतनी मजबूत है की इस पर किसी भी तरह के हमले का असर नही हो सकता साथ ही हैवी मैटल डिटेक्टर जंगल में उन खतरनाक चीजों का पता लगाएगी जो वन्य जीवो को जंगल में तस्करों द्वारा मारने के लिये लगायी जाती हैँ…..
तस्वीरें तराई पूर्वी वन प्रभाग में एक ऐसी किट का ट्रायल किया किया जा रहा हैँ जो वन कर्मियों को उस दौरान महत्वपूर्ण तरीके से सुरक्षा प्रदान करेगा ज़ब वे घने जंगलो में तस्करों पर पैनी नज़र रखते हुए गश्त करेंगे या किसी वन्य जीव के खतरनाक सर्च या रेस्कयू ऑपरेशन को अंजाम देंगे, ये किट इतनी मजबूत हैँ की इस पर जंगली जानवरों के हमले का कोई असर नही हो सकता, यहीं नही यदि गश्त के दौरान यदि तस्करों से भी मुठभेड़ हो जाये तो किट पर हमले का हर वार नाकाम साबित होगा, किट के साथ एक हैवी मैटल डिटेक्टर का प्रयोग भी वंनकर्मी गश्त के दौरान करेंगे जो इस बात का पता लगाएगी की जंगल में वन्य जीवो को मारने या फ़साने के लिये कोई लोहे से बनी जाल या कांटा तो नही लगाया गया हैँ, फिलहाल तराई पूर्वी वन प्रभाग में 2 किट मंगाई गयी हैँ,
बाइट : संदीप कुमार, डीएफओ, तराई पूर्वी वन प्रभाग