एक ब्रह्मनिष्ठ सतगुरु ही मानव को अध्यात्म की राह दिखाते है–साध्वी श्रेया भारती

एक ब्रह्मनिष्ठ सतगुरु ही मानव को अध्यात्म की राह दिखाते है–साध्वी श्रेया भारती
(पंजाब)फिरोजपुर 17 मार्च [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=
गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा 16 से 22 मार्च सायं 6:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक फाजिल्का की पुरानी सब्जी मंडी नजदीक परशुराम मन्दिर में भव्य श्री राम कथा का आयोजन किया गया। कथा का शुभारंभ विधिवत् पूजन से हुआ जिसमें डॉ अशोक अरोड़ा, बंटी पटवारी और प्रेम पटवारी के पारिवारिक सदस्यों ने हिस्सा लिया। दिव्य गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या कथा व्यास साध्वी सुश्री श्रेया भारती जी ने श्री राम कथा के प्रथम दिवस में कहा कि प्रभु श्री राम का चरित्र विश्व संस्कृति में एक उज्जवल एवं सर्वत्र परिव्याप्त वर्णातीत सत तत्व है। भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता में राम कथा का वशिष्ट स्थान है। राम जी के बिना भारतीयता का अस्तित्व एवं उसकी पहचान भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का आधार प्रभु श्री राम है लेकिन उन्हें हम अपनी बुद्धि के द्वारा कभी समझ ही नहीं सकते। शास्त्र कहते है राम अतर्क्य बुद्धि मन वाणी…. बुद्धि की एक सीमा होती है और सीमित बुद्धि से असीम को पाया नहीं जा सकता। जहां बुद्धि की सीमा समाप्त होती है वहीं से ज्ञान का प्रारम्भ होता है। उन्होंने माता सती के प्रसंग के माध्यम से समझाया कि सती बुद्धि से इन्द्रियों से राम जी की लीला और उनके रहस्य को समझना चाहती थी पर नाकामयाब हुई। ठीक इसी प्रकार मन बुद्धि से हम अध्यात्म को समझ नहीं सकते क्योंकि अध्यात्म का अर्थ होता है आत्मा का अध्ययन आत्मानुभूति। जो केवल एक गुरु की कृपा से ही हम कर सकते है। मात्र एक पूर्ण गुरु ही हमें संशयों के भंवडर से निकाल कर अध्यात्म की डगर पर ले चलते हैं।
कथा में सांसद शेर सिंह घुबाया,विक्टर छाबड़ा,ब्लाक प्रधान कांग्रेस मदन बढ़ेरा, पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा सोढ़ी की धर्मपत्नी श्रीमती राणा रूपिंदर कौर सोढ़ी, जिला प्रधान महिला विंग कांग्रेस श्रीमती बलजिंदर कौर ने दीप प्रज्वलित कर प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान राजिंदर कंबोज,हरीश ठाकुर,समाजसेवी लीलाधर शर्मा,राजेश ग्रोवर,नन्द लाल गुप्ता,पार्षद राधेश्याम आदि भी उपस्थित रहे।
कथा का विश्राम मंगल आरती से हुआ जिसमें संदीप गिलहोत्रा (दीपा),नरेश सपड़ा,कविता सपड़ा,अनिल जयानी,समाज सेवी नरेश सचदेवा,प्रदीप सेठी,बाबू लाल अरोड़ा,दीपक बांसल, अभिषेक चलाना,सन्नी वर्मा, गुरमीत सिंह रानू,दीपक सपड़ा उपस्थित रहे।
कथा के बाद सारी संगत के लिए भंडारे का प्रबंध किया गया।