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राही और अमावां में आयोजित हुआ “हमारा आंगन, हमारे बच्चे” उत्सव

रायबरेली
रिपोर्टर विपिन राजपूत

राही और अमावां में आयोजित हुआ “हमारा आंगन, हमारे बच्चे” उत्सव
राही बीआरसी में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएएस प्रफुल्ल शर्मा ने किया
बच्चों का नामांकन बढ़ाने और आंगनबाड़ी केंद्रों से बेहतर समन्वय के लिए कार्यक्रम आयोजित

रायबरेली, 21 फरवरी 2025
केंद्र सरकार की तरफ से संचालित निपुण भारत अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्र और बेसिक शिक्षा विभाग के बीच में समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को बीआरसी अमावां और राही में “हमारा आंगन, हमारे बच्चे” उत्सव आयोजित किया गया। अमावां में कार्यक्रम का शुभारंभ खण्ड विकास अधिकारी सन्दीप सिंह, सीडीपीओ रेनू शुक्ला और खंड शिक्षा अधिकारी ऋचा सिंह ने किया। राही ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएएस प्रफुल्ल शर्मा (एसडीएम सदर) और बीईओ राही बृजलाल ने किया।
खंड शिक्षा अधिकारी ऋचा सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत बुनियादी साक्षरता एवं अंकीय दक्षता प्राप्त करने हेतु प्राथमिक एवं पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए निपुण लक्ष्य निर्धारित हैं। जिनके लिए दोनों विभागों को आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए मार्च 2026 को निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को प्राप्त करना है। बीडीओ संदीप सिंह ने कहा कि विद्यालय प्रांगण में आंगनबाड़ी केंद्र होने की वजह से बच्चों में शुरू से ही पढ़ने के प्रति रुचि बढ़ती है। इसके साथ अब जब से रेडनेस कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों से बेसिक के शिक्षकों को जिम्मेदारी मिली है तब से बच्चों की नींव में मजबूती आई है। उन्होंने कहा कि विद्यालय को सुसज्जित करने में विकास विभाग की तरफ से अनवरत सहयोग किया जा रहा है।
मुख्य अतिथि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएएस प्रफुल्ल शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के आलोक में परिषदीय विद्यालयों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए 3 वर्ष पूर्व से ‘विद्यालय तैयारी कार्यक्रम’ और ‘पूर्व बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा कार्यक्रमों’ के अंतर्गत शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के संयुक्त रूप से प्रशिक्षण के सत्र चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मेहनत से ही आज विद्यालय निपुण हो रहे हैं। बीईओ राही बृजलाल ने कहा कि आंगनवाड़ी में बच्चों को घर जैसी देखभाल और मां जैसा वात्सल्य देने के लिए उपस्थित आंगनबाड़ी सदस्यों और शिक्षकों को प्रेरित किया ताकि बच्चे को घर जैसे आनंद और स्वतंत्रता का एहसास हो।
अमावां सीडीपीओ रेनू शुक्ला ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य समुदाय को जागृत करते हुए हमारे विद्यालय एवं आंगनवाडी में अधिक से अधिक नामांकन एवं ठहराव बढ़ाना बताया। नोडल शिक्षक आएशा अफरोज ने सरकार द्वारा विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी के प्रयोग हेतु दी जा रही शैक्षिक सामग्री, लर्निंग किट और बालवाटिका के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।
कार्यक्रम में विद्यालयों के निपुण बालक और बालिकाओं और अभिभावकों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नोडल नीरज कुमार और अभिषेक द्विवेदी ने किया।
इस मौके एआरपी रितेश, अब्दुल मन्नान, जेपी रावत, सलाउद्दीन अंसारी, डॉ. एसएस श्रीवास्तव, अजय सोनकर, शिक्षक नेता ब्रजेंद्र, शशि प्रकाश श्रीवास्तव, जगदीश, आरबी सिंह, दिलीप गुप्ता, सन्तन श्रीमौली, के ज्योति, संगीता, पूनम मिश्रा, सना, हनी गुलाटी, केके यादव, सत्यभामा, डॉ मनोज, कमल, ऊषा, आशीष साहू, शिवानी सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।

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