मंडलीय जिला अस्पताल में सुरक्षा गार्ड पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप व्यवस्था पर उठे सवाल

आजमगढ़। केंद्र सरकार प्रदेश सरकार भले स्वास्थ्य व्यवस्था पर काम कर रही है लेकिन वही अस्पताल के जिम्मेदारों वहां बैठे तीमारदारो अस्पताल चलाया जा रहा है मण्डलीय जिला अस्पताल परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए छात्र नेता हुए आंदोलित। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को हटाने की मांग लेकर किया धरना प्रदर्शन। सुरक्षा गार्ड द्वारा मनमाने तरीके से भ्रष्टाचार दबंगई व दलालों का सहयोग किया जाता है उसी मामले को लेकर शुक्रवार को जिला चिकित्सालय परिसर में बड़ी संख्या में पहुंचे छात्र नेताओं ने अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार व स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा घोर लापरवाही किए जाने का आरोप लगा धरने पर बैठ गए। छात्र नेताओं का कहना था कि विगत कुछ दिनों पूर्व जिला अस्पताल में ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे टीवी के मरीज का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। बल्कि एसआईसी द्वारा उल्टा उस मरीज को हड़काया भी गया था। साथ ही साथ अस्पताल परिसर में मरीजों से धन उगाही से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटलों से साठ गांठ कर मरीजों को रेफर करना सहित अन्य मुद्दों पर छात्र नेताओं ने भ्रष्टाचार का आरोप लगा जमकर प्रदर्शन किया। होती रही बारिश प्रदर्शन करते रहे छात्र। जिलाधिकारी को पत्रक भेज पूरे मामले में जांचकर कार्यवाही करते हुए एसआईसी को हटाए जाने की मांग की।
वही प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने छात्र नेताओं द्वारा किए जा रहे धरने को लेकर पूरी तरह से अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। धरने में शामिल अश्वनी मिश्रा, विनीत सिंह रिशु, विवेक सिंह, महावीर सिंह, शौर्य सिंह कौशिक, सुनील चौहान, विवेक पाण्डेय, सत्यम शुक्ला, शिवम राय, मोनू विश्वकर्मा, सहित बड़ी संख्या छात्र नेता शामिल रहे।