राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने संतोष कुमार वर्मा के आमर्यादित बयान को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला अधिकारी को सोपा ज्ञापन

परिषद ने वर्मा के खिलाफ की है कठोर कार्रवाई की मांग
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : रामपुर,राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मणों पर अमर्यादित बयान को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला अधिकारी को सोपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्मा ने अपने बयान में ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है, जो कि समाज के लिए असहनीय है। परिषद ने मांग की है कि वर्मा के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए और उन्हें उनके पद से हटाया जाए। कहा की है कोई सामान्य प्रशासनिक भूल का मामला नहीं है यह एक कार्य लोक सेवक द्वारा देश की जनता के बीच गंभीर कदाचार, असमंजस्य,आपसी द्वेष और घृणा पैदा करने का प्रत्यक्ष और दुर्भावना पूर्ण प्रयास है। जिससे राष्ट्रीय सदभाव धर्मनिरपेक्ष तने-बाने और राष्ट्र की अखंडता को सीधे चुनौती दी जा रही है ।इस निंदनीय कृत्य की सार्वजनिक जानकारी के परिणाम स्वरुप देश भर में व्यापक असंतोष आक्रोश और सांप्रदायिक अशांति की वास्तविक आशंका व्याप्त हो गई है । जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एक अधिकारी को एक लंबित जांच के बावजूद सेवा में बने रहने देना प्रशासनिक तंत्र में विश्वास को गंभीर रूप से काम करता है।इससे पहले मध्य प्रदेश में भी वर्मा के बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। वर्मा ने कहा था कि आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक ब्राह्मण अपनी बेटी मेरे बेटे को न दे। इस बयान की ब्राह्मण संगठनों और कर्मचारी संघों ने कड़ी निंदा की थी। इस अवसर पर परिषद के प्रदेश मंत्री भुवनेश भार्गव, मयंक शर्मा,रामवीर गुप्ता,राजू शर्मा,पप्पू गोड, राजू गुप्ता, प्रवीण गौड़, हरिशंकर गुप्ता, सतीश चंद्र गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार, सुनील कुमार पांडे आदि उपस्थित रहे।




